राज्य उच्च शिक्षा परिषद् के अध्यक्ष ने जीएलए की प्रगति रिपोर्ट को सराहा
मथुरा। उत्तर प्रदेश राज्य उच्च शिक्षा परिषद् के अध्यक्ष प्रो. गिरीश चन्द्र त्रिपाठी ने जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा का निरीक्षण कर विश्वविद्यालय की प्रगति के बारे में जाना। इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता ने पिछले वर्ष की प्रगति रिपोर्ट के बारे में बताया। प्रगति रिपोर्ट देखकर अध्यक्ष ने जीएलए की कार्यप्रणालियों की प्रशंषा की।
सोमवार को जीएलए विश्वविद्यालय के निरीक्षण के दौरान उत्तर प्रदेश राज्य उच्च शिक्षा परिषद् के अध्यक्ष प्रो. गिरीश चन्द्र त्रिपाठी का स्वागत कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल, कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता, प्रतिकुलपति आनंद मोहन अग्रवाल, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने बुके भेंट कर किया। तत्पश्चात प्रतिकुलपति आनंद मोहन अग्रवाल ने पिछले वर्ष में जीएलए विश्वविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।
प्रतिकुलपति ने बताया कि किस प्रकार 1998 में 240 विद्यार्थियों के साथ शुरू हुआ संस्थान आज जीएलए विश्वविद्यालय के रूप में प्रदेश भर में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य कर रहा है। वर्तमान में 10 हजार से अधिक छात्र अध्ययनरत हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार पाठ्यक्रमों में बदलाव, च्वाइस बेस क्रेडिट सिस्टम, मल्टीपल एन्ट्री, एग्जिट व्यवस्था, क्रेडिट ट्रांसफर और कौशल विकास के नवीनतम पाठ्यक्रमों को विश्वविद्यालय में इसी वर्ष से आरंभ किया जा चुका है। साथ ही प्रो. शूरवीर सिंह ने पशुओं के लिए तैयार की गई जॉनस डिजीज वेक्सीन के बारे में भी विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इसके उपरांत अध्यक्ष प्रो. गिरीश चन्द्र त्रिपाठी ने संस्थान की प्रमुख प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया एवं बायोटेक्नोलॉजी लैब, सेंटर फॉर स्किल एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट एवं डीएसटी द्वारा प्रायोजित न्यू जेनरेशन इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट सेल में हो रहे कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंषा की।
उसके बाद उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ संवाद किया एवं उनकी शिक्षा, कौशल एवं प्लेसमेंट संबंधी जानकारियां प्राप्त कीं। कोविड 19 महामारी के दौरान ऑनलाइन शिक्षा एवं श्रेष्ठ प्लेसमेंट को भी उन्हांने सराहा। विश्वविद्यालय की पारदर्शी कार्यप्रणाली हेतु किए गए प्रयास एवं आंतरिक गुणवत्ता सुनश्चयन प्रकोष्ठ द्वारा अपनायी जा रही बेस्ट प्रैक्टिस की भी प्रशंषा की। प्रदेश सरकार द्वारा जीएलए विश्वविद्यालय को प्रदत्त स्टार्टअप लॉंचपैड में छात्रों द्वारा स्थापित कंपनियों को देखकर उन्होंने कहा कि आज निश्चित ही इसकी आवश्यकता है। इसके बाद निरीक्षण के अंत में कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश राज्य उच्च शिक्षा परिषद् के अध्यक्ष प्रो. गिरीश चन्द्र त्रिपाठी को स्मृति चिन्ह् भेंट किया।
इस अवसर पर कुलसचिव अषोक कुमार सिंह ने कार्यक्रम के अंत में प्रो. शूरवीर सिंह, प्रो. रीता गोयल, प्रो. शांतनु चौधरी, प्रो. दीपक दास, प्रो. आशीष शर्मा, प्रो. अतुल बंसल, प्रो. विशाल गोयल आदि विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों का आभार प्रकट किया।