अरुण यादव
वृंदावन। अखिल भारतीय गौरक्षा सेवा समिति के गौरक्षकों ने सोमवार देर रात केंटर में भरकर गोकशी के लिए ले जा गोवंश को तस्करों से मुक्त कराया। केंटर छोड़कर अंधेरे का फायदा उठाकर गोतस्कर भाग गए। केंटर में 25 गांवंश ठूस-ठूसकर भरे हुए हुए थे। इनमें से तीन की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस घटना की जांच कर रही है।
समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष वृन्दावन दास उर्फ विकास पंडित ने बताया कि सोमवार देर रात्रि कुछ सूत्रों से सूचना मिली कि आगरा से गौवंश को केंटर में भरकर गौकसी के लिए मेवात ले जाया जा रहा है। सूचना मिलते ही गो रक्षकों की टीम ने जाल बिछाना शुरू कर दिया। छटीकरा के समीप जब केंटर को रोकना चाहा तो तस्करों ने उनके ऊपर फायर झोंकना शुरू कर दिया। जैसे तैसे गो रक्षकों ने चौमुहां के समीप काटा डालकर टैंकर को रोक दिया। लेकिन इस बीच अंधेरे का फायदा उठाकर गौतस्कर भाग गए।
गौरक्षक विकास पण्डित ने बताया कि गौतस्करों द्वारा की गई फायरिंग से वह बाल बाल बच गए। उन्होंने बताया कि टैंकर से 25 गौवंश को मुक्त कराया गया है,जिसमें तीन गौवंश की मौत हो गयी, जबकि अन्य सभी को गौशाला में संरक्षित कराकर उनका इलाज कराया जा रहा है। पुलिस ने केंटर को अपने कब्जे में ले लिया है और जांच शुरू कर दी है।