Saturday, November 23, 2024
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जी.एल. बजाज और आईलेंटस टेक्नोलॉजीज, अमेरिका के बीच अनुबंध


भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती इंजीनियर्स डे पर मेधावी छात्र-छात्राएं सम्मानित


मथुरा। जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा में बुधवार को इंजीनियर्स डे को भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए संस्थान के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जी.एल. बजाज और अमेरिकी कम्पनी आईलेंटस टेक्नोलॉजीज के साथ अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर भी हुए। अनुबंध पत्र पर आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल तथा आईलेंटस टेक्नोलॉजीज के सीईओ अरुण कुमार सिंह ने हस्ताक्षर किए।

अभियंता दिवस कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि अमेरिकी कम्पनी आईलेंटस टेक्नोलॉजीज के सीईओ अरुण कुमार सिंह तथा संस्थान की निदेशक प्रो. (डॉ.) नीता अवस्थी ने मां सरस्वती और भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के छायाचित्रों पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया।

जी.एल. बजाज और अमेरिकी कम्पनी आईलेंटस टेक्नोलॉजीज के बीच हुए अनुबंध पर आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल तथा प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि इससे संस्थान के छात्र-छात्राओं को एक नया प्लेटफार्म मिलेगा। इस अवसर पर संस्थान की निदेशक प्रो. (डॉ.) नीता अवस्थी ने आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप की विकास यात्रा पर विस्तार से प्रकाश डाला। डॉ. अवस्थी ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज उस पुण्यात्मा भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती है जिन्होंने अपने कृतित्व से भारत को विकास की राह दिखाई। आज हमारा देश प्रगति पथ पर तेजी से अग्रसर है और समूची दुनिया हमारे इंजीनियर्स के कौशल से प्रभावित है।

डॉ. अवस्थी ने कहा कि आज हम हर क्षेत्र में जो भी विकास देख रहे हैं, उसमें विश्वेश्वरैया का किसी न किसी रूप में योगदान जरूर है। उन्होंने अपने जीवन का अधिकांश समय देश के विकास और अनुसंधानों को ही दिया, यही वजह है कि उन्हें मॉर्डन मैसूर का पिता कहा जाता है। इस मौके पर जी.एल. बजाज के मेधावी छात्र-छात्राओं को उनके शानदार अचीवमेंट्स के लिए सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले छात्र-छात्राओं में वीरेन्द्र कुमार, युक्ति अग्रवाल, आरजू आहूजा, प्रफुल्ल अग्रवाल, सादिन हुसैन काजमी, महेश शर्मा, वैभव कुलश्रेष्ठ, शुभित राजावत, मनोज जैन, उत्कर्ष और निष्कर्ष सक्सेना शामिल हैं।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि आईलेंटस टेक्नोलॉजीज के सीईओ अरुण कुमार सिंह ने अपने कई संस्मरण सुनाए और कहा कि जीवन में हमेशा कुछ न कुछ नया करने की कोशिश करते रहना चाहिए। गौरतलब है कि आईलेंटस टेक्नोलॉजीज साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में समूची दुनिया में अपनी पहचान रखती है।

इस अवसर पर डॉ. रमाकांत बघेल ने कहा कि राष्ट्र के विकास में अभियंताओं का बहुत बड़ा योगदान है। आर्किटेक्ट वहां से शुरू होता है, जहां इंजीनियरिंग खत्म होती है तथा कलात्मकता और इंजीनियरिंग का बेजोड़ नमूना सॉफ्टवेयर है। कार्यक्रम में डॉ. मंधीर वर्मा, डॉ. भोले सिंह, डॉ. मोहम्मद मोहसिन सहित सभी विभागाध्यक्ष तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। संस्थान की निदेशक डॉ. अवस्थी ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिह्न भेंट किया। कार्यक्रम का संचालन मंत्र चड्ढा तथा हिमांशी गुप्ता ने किया। आभार रजिस्ट्रार विपिन धीमान ने माना।

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