हरिद्वार। प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि की संदिग्धावस्था में मौत के बाद हरिद्वार के संतं महंतों और महामण्डलेश्वरों में शोक छाया है। वहीं आश्रमों में भी सन्नाटा पसरा है। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में सन्नाटा छा गया। बताया जा रहा है कि अखाड़े में रहने वाले संतों ने रात से अन्न ग्रहण नहीं किया है।
आह्वान अखाड़ा भूपतवाला हरिद्वार के श्रीमहंत शिवशंकर गिरी ने कहा कि बीती रात 8 बजे यह दुखद समाचार प्राप्त हुआ था। लेकिन अखाड़ा परिषद अध्यक्ष के द्वारा आत्महत्या की खबर पर हमें विश्वास नहीं है। उनका कहना है कि अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एक परम ज्ञानी, तेजस्वी और ऊर्जावान संत थे। जिन्होंने कई कुंभ और महाकुंभ जैसे आयोजनों को अपनी कार्यकुशलता से करवाया।

ऐसे व्यक्तित्व के धनी ऐसा कार्य नहीं कर सकते। यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि पूरे संत समाज में शोक व्याप्त है, और संत समाज उनकी मौत के कारणों की निष्पक्ष जांच चाहता है। उन्होंने कहा कि अगर निष्पक्ष जांच नहीं होती है तो हम सीबीआई जांच करवाएंगे