देशभर में पितृ पक्ष पर आने पूर्वजों का स्मरण किया जा रहा है। लोग पितरों का तर्पण कर रहे हैं। ताकि उनकी आत्मा को शांति मिल सके। लेकिन पितृ पक्ष में आप देखे होंगे कि लोग दाढ़ी और बाल नहीं कटवाते। फिर चाहे उनके बाल कितने भी बड़े हो जाए। लेकिन आप इसके पीछे की वजह जानते हैं? शायद नही। तो चलिए आपको इसकी वजह के बारे में बताते हैं।
पितृ पक्ष में दाढ़ी और बाल नहीं कटवाने के पीछे भारत मे एक मान्यता प्रचलित है। पुराने समय में ऐसा माना जाता था कि दाढ़ी-बाल कटवाना एक शौक के सामाना है, इसीलिए इन्हें कटवाने से मना किया जाता था। लेकिन अब ये परंपरा बन चुकी है, जिसका लोग पालन करते हैं और अपने बालों और दाढ़ी को नहीं कटवाते हैं।
ऐसे खान-पान से बनाते हैं दूरी
ऐसा कहा जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान लहसुन और प्याज का सेवन भी नही करना चाहिए और इसका परहेज करना चाहिए। ये चीजें तामसिक भोजन में शुमार होती है। इसलिए इस दौरान प्याज, लहसुन और मांस या शराब का सेवन भी नही करना चाहिए। बुजुर्गों का ऐसा भी मानना है कि पितृ पक्ष के दौरान बासी खाना भी नहीं खाना चाहिए।