नई दिल्ली। मोदी सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों के विरोध में आज सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक देश के 40 से ज्यादा किसान संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया है। किसानों की तरफ से आज सभी सरकारी और निजी दफ्तरों, संस्थानों, बाजारों, दुकानों और उद्योगों को बंद रखने की अपील की गई है। संयुक्त किसान मोर्चा की अगुआई में बुलाए गए। इस भारत बंद को विपक्ष के कई बड़े राजनीतिक दलों ने अपना समर्थन किया है। राजद-कांग्रेस-बसपा-आंध्रप्रदेश की सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस सहित कई राजनीतिक दल भी किसानों के साथ इस बंद में शामिल हैं।
- सोनीपत रेलवे स्टेशन पर ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के सदस्यों ने सोनीपत से अंबाला रेलवे रूट को किया बंद।
- हरियाणा के रोहतक में प्रदर्शनकारियों ने स्टेट हाईवे को जाम कर दिया है।
- कर्नाटक में किसानों के विभिन्न संगठनों ने कलबुर्गी सेंट्रल बस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
- हरियाणा के झज्जर में बेरी के भागलपुरी चौक पर किसानों ने सड़क जाम कर दिया है।
- किसानों के भारत बंद का असर अब यूपी-बिहार-हरियाणा-पंजाब में दिख रहा है। जगह-जगह किसान प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे हैं। कई जगहों पर यातायात सुबह से ही बाधित है।
- बहादुरगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंचे किसान, ट्रैक के बीच में खड़े होकर की नारेबाजी।
- किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा-एम्बुलेंस, डॉक्टर या आपात स्थिति में जाने वाले लोग गुजर सकते हैं, हमने कुछ भी सील नहीं किया है, हम सिर्फ एक संदेश भेजना चाहते हैं। हम दुकानदारों से अपील करते हैं कि वे अपनी दुकानें अभी बंद रखें और शाम 4 बजे के बाद ही खोलें। बाहर से यहां कोई किसान नहीं आ रहा।
- दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने ट्वीट किया, “पंडित श्री राम शर्मा का प्रवेश/निकास बंद कर दिया गया है।”
- पटना में फखऊ के कार्यकर्ताओं ने गांधी सेतु पर जाम लगाया और आगजनी भी की। राजद ने भी किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है।
- दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग हरियाणा के कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में किसानों के विरोध में, कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करते हुए अवरुद्ध कर दिया गया।
- एक किसान का कहना है, “किसानों के विरोध के भारत बंद के आह्वान को देखते हुए हमने शाम चार बजे तक शंभू सीमा (पंजाब-हरियाणा सीमा) को बंद कर दिया है।”
- दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्वीट किया-किसानों के भारत बंद को देखते हुए उत्तर प्रदेश से गाजीपुर की ओर यातायात बंद कर दिया गया है।
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि मंत्री तो रट्टू हैं। उन्हें जो रटवाया जाता है वही बोलते हैं। टिकैत ने कहा कि अगर सरकार कानून में दस साल में सुधार करेगी तो ये आंदोलन 10 साल तक जारी रहेगा। हम वापस नहीं जाएंगे। बता दें कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा है कि केंद्र सरकार किसानों की ओर से उठाए जाने वाले किसी भी मसले पर चर्चा के लिए तैयार है। तोमर ने बातचीत का रास्ता निकालने की अपील की है।