नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनल को देश में इनमारसैट के ग्लोबल एक्सप्रेस (जीएक्स) मोबाइल ब्रॉडबैंड सेवाओं की पेशकश को लेकर लाइसेंस मिला है। इससे इनमारसैट टर्मिनल का उपयोग कर एयरलाइन के लिए उड़ानों के दौरान और समुद्री जहाजों को उच्च गति की संपर्क सुविधा दी जा सकेगी। ब्रिटेन की मोबाइल सैटेलाइट संचार कंपनी इनमारसैट ने बुधवार को यह घोषणा की।
इनमारसैट इंडिया के प्रबंध निदेशक गौतम शर्मा ने कहा, “स्पाइसजेट लि. और शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया पहले ही नई जीएक्स सेवाओं के लिए समझौते कर चुकी हैं। इससे 50 एमबीपीएस की क्षमता उपलब्ध हो सकेगी” शर्मा के मुताबिक, जीएक्स सेवा की शुरुआत के साथ भारतीय घरेलू एयरलाइंस और अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियां देश के ऊपर से उड़ान के दौरान उच्च गति की संपर्क सुविधा प्रदान कर सकेंगी। साथ ही यात्री इंटरनेट का उपयोग कर सकेंगे, सोशल मीडिया मंचों का उपयोग कर सकेंगे और ई-मेल आसानी से भेज सकेंगे। इतना ही नहीं वे उड़ान के दौरान ऐप के जरिए कॉल भी कर सकेंगे।
इनमारसेट द्वारा जारी बयान में स्पाइसजेट ने कहा, “वह इस साल के अंत तक नए बोइंग 737 मैक्स विमान पेश करने के साथ अपने यात्रियों को महत्वपूर्ण संपर्क सुविधा उपलब्ध कराने को उत्सुक है।” बयान के अनुसार बीएसएनएल को दूरसंचार विभाग से मिले उड़ान और समुद्री संपर्क लाइसेंस (आईएफएमसी) के तहत जीएक्स सेवाएं सभी भारतीय ग्राहकों के लिए उपलब्ध होंगी।
यह घोषणा महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसका मतलब है कि भारतीय विमानन कंपनियां देश और विदेश में उड़ान के दौरान संपर्क सुविधा के लिए जीएक्स का उपयोग कर सकेंगी। साथ ही इससे भारतीय समुद्र क्षेत्र में काम करने वाली देश की वाणिज्यिक कंपनियां जहाजों के बेहतर संचालन और चालक दल से जुड़ी कल्याण सेवाओं के लिए अपने जहाजों में डिजिटलीकरण को बढ़ाने में सक्षम होंगी। बीएसएनएल (भारत संचार निगम लि.) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पी के पुरवार ने कहा, “इस सेवा के लिए शुल्क का निर्धारण अभी नहीं किया गया है।” यह पूछे जाने पर कि ये सेवाएं कब शुरू होंगी, उन्होंने कहा, “हमारी तरफ से बीएसएनएल नवंबर से इन सेवाओं के साथ पूरी तरह से तैयार होगी।”
बीएसएनएल को मिले लाइसेंस के तहत जीएक्स सेवाएं सरकार और अन्य उपयोगकर्ताओं को पेश की जाएंगी। ग्राहकों और भागीदारों के लिए सेवाओं की पेशकश चरणबद्ध तरीके से होगी। स्पाइसजेट लि. के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह के हवाले से बयान में कहा गया है, “हम इस बात से खुश हैं कि उड़ान के दौरान यात्रियों को संपर्क सेवा देने वाली ग्लोबल एक्सप्रेस की सुविधाएं अब भारत में आ रही हैं।” उन्होंने कहा, “हम अपने यात्रियों को यह सेवा इस साल के अंत तक उपलब्ध कराएंगे। इस सेवा से ग्राहक हवाई यात्रा के दौरान लोगों से जुड़े रहेंगे, जैसे वे अन्य जगहों पर होते हैं।”
जीएक्स, के बैंड में काम करता है। यह उच्च गति का ब्रॉडबैंड नेटवर्क है। इसे दुनिया में कहीं भी आवाजाही के दौरान बेहतर संपर्क सुविधा प्रदान करने के मकसद से तैयार किया गया है. यह सेवा उच्च बैंडविड्थ, विश्वसनीयता और सुरक्षा प्रदान करती है। यह आवाजाही के दौरान वाणिज्यिक और सरकारी स्तर के ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा करती है।
इनमारसैट के सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) राजीव सूरी ने कहा, “आज का दिन इनमारसैट और भारत के साथ हमारी मूल्यवान और दीर्घकालिक भागीदारी के लिए महत्वपूर्ण है। भारत 1979 में इनमारसैट की स्थापना से जुड़ी संधि पर हस्ताक्षर करने वालों में शामिल है।”