आगरा। सुल्तानगंज पुलिया पर पुलिस चेकिंग के दौरान ऑयल ट्रेडिंग की फर्म के कर्मचारी निजामुद्दीन और गनी खां बाइक पर 40.50 लाख रुपये बोरे में रखकर ले जाते हुए पकड़ लिए गए। कैश के चोरी और लूट का होने की आशंका पर कमला नगर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने पूछताछ की। इसके बाद आयकर विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया। कैश को जब्त कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि आयकर विभाग के अधिकारी दस्तावेज देखकर कैश के संबंध में निर्णय लेंगे।
बुधवार दोपहर सुल्तानगंज पुलिया पर यातायात पुलिस चेकिंग कर रही थी। तभी पुलिसकर्मियों को बाइक पर बोरा रखकर आते ऑयल फर्म के दोनों कर्मचारी नजर आए। पुलिस ने दोनों को रोक लिया। बोरे को देखा तो उसमें रुपये रखे थे। यह देखकर पुलिसकर्मी हैरत में पड़ गए। फर्म के कर्मचारियों ने बताया कि 40.50 लाख रखे हैं। बैंक से निकालकर लाए हैं। यह बसंत विहार, कमला नगर निवासी दिनेश चंद गर्ग के हैं। उनकी ऑयल की फर्म है। कैश ट्रांसपोर्ट नगर स्थित फर्म के गोदाम पर ले जा रहे हैं।
पुलिस को कर्मचारियों की बातों पर शक हो गया। उन्होंने कंट्रोल रूम पर सूचना दी। इसके बाद कमला नगर पुलिस कर्मचारियों को कैश के साथ थाना पर ले आई। सूचना पर दिनेश चंद गर्ग भी आ गए। उन्होंने बताया कि कैश एचडीएफसी बैंक की कमला नगर शाखा से निकाला है। इसका प्रमाण उनके पास है। वह जीएसटी देते हैं। उन्हें घर में निर्माण कार्य, कर्मचारियों को एडवांस और कुछ अस्पताल खर्च के लिए रकम देनी है। इसको लेकर रकम निकाली थी। कर्मचारी गोदाम पर रकम लेकर जा रहे थे। पुलिस ने बिना किसी कारण रोक लिया। उन्होंने कैश निकालने से संबंधित बैंक के दस्तावेज भी दिखा दिए हैं।
थाना कमला नगर के प्रभारी निरीक्षक उत्तम चंद पटेल का कहना है कि व्यापारी के कर्मचारी बिना किसी सुरक्षा के कैश लेकर जा रहे थे। इस पर आयकर विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी गई। उन्होंने कैश से संबंधित दस्तावेज व्यापारी से लिए हैं। उन्होंने फिलहाल कैश पुलिस के कब्जे में रखवा दिया है। विभागीय अधिकारी व्यापारी से मिले दस्तावेज की जांच के बाद कैश को लेकर निर्णय लेंगे।
पुलिस से मांग सकते हैं सुरक्षा
बिना सुरक्षा कैश ले जाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी व्यापारी बोरे में कैश ले जाते हुए पकड़े जा चुके हैं। पिछले माह ऐसे ही व्यापारी का कैश लुट गया था। इसके बाद आईजी ने थाना पुलिस को निर्देश दिए थे कि कैश ले जाने वाले व्यापारियों को सुरक्षा दी जाए। व्यापारियों से सुरक्षा केलिए पुलिस की सहायता लेने को कहा था।