Sunday, September 29, 2024
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नि:शुल्क आयुर्वेदिक हेल्थ कैंप में उमड़ी भीड़, स्वास्थ्य की कराई जांच



मथुरा।‘सेहतमंद रहेगा हिन्दुस्तान, तरक्की करेगा हिन्दुस्तान’ अभियान अन्तर्गत संस्कृति आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को राधावैली कालोनी के मंदिर के निकट नि:शुल्क हेल्थ कैंप का आयोजन किया गया। इसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों ने मरीजों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर उन्हें आवश्यक परामर्श दिया। उन्होंने विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए आयुर्वेदिक नुस्खे भी बताए साथ ही आयुर्वेदिक दवाओं का नि:शुल्क वितरण भी किया गया।

राधावैली में आयोजित ‘सेहतमंद रहेगा हिन्दुस्तान, तरक्की करेगा हिन्दुस्तान’ अभियान अन्तर्गत संस्कृति आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में शिविर का फीता काटकर उद्घाटन करते मुख्य अतिथि सीएमओ कार्यालय में कोविड कंट्रोलर एवं कंट्रोल रूम प्रभारी डा. भूदेव सिंह।


शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि सीएमओ कार्यालय में कोविड कंट्रोलर एवं कंट्रोल रूम प्रभारी डा. भूदेव सिंह ने किया। उनके साथ फार्मासिस्ट एसोसिएशन के सदस्य कृष्ण बल्लभ गोस्वामी भी थे। डा. भूदेव ने संस्कृति आयुर्वेद कालेज और अस्पताल की सराहना करते हुए कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा को आज सारा विश्व मान रहा है। कोरोना के चलते इसकी औषधियों की उपयोगिता और सफलता ने इसको जनसामान्य में और अधिक प्रचलित किया है। यह पद्धति हमारे ऋषि मुनियों की देन है। इसमें कई ऐसी घातक बीमारियों का इलाज संभव है जो किसी अन्य चिकित्सा पद्धति में संभव नहीं है। इसी कारण आज लोगों में इसकी ओर रुझान बढ़ रहा है। ऐसे आयोजन से लोगों को लाभ तो होता ही है साथ ही उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति विशेषज्ञों की नि:शुल्क सलाह भी मिल जाती है।


इससे पूर्व शिविर में मरीजों का पंजीकरण किया गया। बड़ी संख्या में राधावैली में रहने वाले लोगों ने अपने स्वास्थ्य की जांच कराई। लोगों ने अपने स्वास्थ्य की जांच कराने के साथ शिविर में मौजूद संस्कृति आयुर्वेद कालेज के चिकित्सकों से परामर्श भी लिया। शिविर में करीब 100 से अधिक मरीजों ने नि:शुल्क ब्लड प्रेशर, ब्लड डायबिटीज, बीएमआई आदि की जांचें कराईं। साथ ही असाध्य रोगों का आयुर्वेदिक उपचार एवं व्यायाम आदि के बारे में विशेषज्ञ चिकित्सक डा. अनीश जान, डा. रमेश हरीमोहन, डा. दीपा, डा. जगदीश गहलोत, डा. निधि सोनी, डा. शेखर, डा. योगेश के अलावा संस्कृति आयुर्वेद कालेज के विद्यार्थी जोनेव आलम, सलीम सफीर, प्राची, निकिता तौमर, खुशी सिंह, प्रदीप पाटिल, अंकुर आदि ने जानकारी दी।

ऐसे आयोजन बार-बार होने चाहिए


राधावैली निवासी अनूप अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, राकेश शर्मा आदि ने कहा कि संस्कृति विवि द्वारा सम्मलित रूप से आयोजित यह शिविर बहुत उपयोगी साबित हुआ है। तमाम लोगों की चिकित्सा जांच निशुल्क तो हुई है, बहुत से लोगों को उनके विकार की जानकारियां मिलीं। इन लोगों को योग्य चिकित्सकों ने न केवल निशुल्क औषधियां दीं वरन उनको उपयोगी मशविरे भी दिए। आयुर्वेद के महत्व को आज सभी जान गए हैं और आयुर्वेद की चिकित्सा में लोगों का विश्वास बढ़ा है। वकीलों ने कहा कि ऐसे उपयोगी शिवरों का आयोजन बार-बार होता रहना चाहिए।


मरीजों को दी आयुर्वेदिक दवाओं की जानकारी


मथुरा । हैल्थ शिविर में संस्कृति विवि के आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने मरीजों को आयुर्वेदिक दवाओं की जानकारी दी तथा इसके सेवन से होने वाले लाभ से अवगत कराया। बताया कि आयुर्वेदिक उपचार का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। सर्दी के मौसम में हरी सब्जियां एवं मौसमी फलों का सेवन लाभकारी होता है। जो लोग विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त पाए गए उन्हें आयुर्वेदिक दवाइयों के बारे में और उनके सेवन के बारे में विस्तार से बताया गया। मरीजों को बताया गया कि आयुर्वेद में बीमारी का जड़ से खात्मा किया जाता है, लेकिन इसके लिए चिकित्सक की परामर्श के अनुसार इलाज करना चाहिए और धैर्य रखना चाहिए।

कोविड-19 के संक्रमण से बचने को आयुष काढ़ा लाभकारी


मथुरा। आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए हमें मधुर अम्ल, लवण रसों का सेवन करना चाहिए। आंवला जूस, शहद, दूध, मक्खन, घी के अलावा गुनगुना पानी पीना लाभकर है। सर्दी, खांसी के लिए शीतोपलादी चूर्ण, तालिश आदि चूर्ण, बुखार में माह सुदर्शन चूर्ण, गिलोय घनवटी ले सकते हैं। कोविड-19 संक्रमण से बचने के लिए आयुष काढ़ा लाभकारी है। इसमें तुलसी, सौंठ, काली मिर्च, दालचीनी है। जाड़े में सौंठ और गुड़ का सेवन लाभकारी है। अपच के लिए सौंठ के साथ चीनी ले सकते हैं।


जोड़ों के दर्द में उपयोगी है आयुर्वेदिक चिकित्सा


मथुरा। चिकित्सकों ने शिविर में मरीजों को बताया गया कि आयुर्वेदिक चिकित्सा का अर्थराइटिस और पैरालिसिस जैसी बीमारियों के निदान में बड़ा योगदान है। हमारे अनियमित आहार से मल, मूत्र का समय से त्याग नहीं होता। समय से नहीं सोने और भोजन करने से भी अपच होती है। लकवा होने के पीछे भी यही कारण होते हैं। आयुर्वेदिक उपचार लाभकारी है।

अनूठा प्रयास


मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रवक्त एवं वरिष्ठ पत्रकार किशन चतुर्वेदी ने कहा कि संस्कृति विवि का यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है। सबसे अच्छी बात ये है कि इस शिविर में आयुर्वेद की औषधियों के बारे में जन सामान्य को उपयोगी जानकारी मिलती है। आयुर्वेदिक चिकित्सा निरापद होने के साथ बहुत लाभकारी है जिसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। इस आयोजन से लोगों के स्वास्थ्य की जांच भी निशुल्क हो जाती है। आयुर्वेद को बढ़ावा देने में संस्कृति विवि का यह प्रयास सराहनीय है। आज के समय में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति की ओर लोगों का रूझान भी बढ़ रहा है। ऐसे हैल्थ कैम्प प्राचीन आयुर्वेद चिकित्सालय पद्धति को पुन: आगे बढ़ाने में काफी कारगर सिद्ध हो रहे हैं।

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