मथुरा। यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बृहस्पतिवार को सदन में अनुपूरक बजट में प्रदेश में बंद पड़ी मथुरा की छाता शुगर मिल समेत छह मिलों को शुरू कराने की लिए पांच हजार करोड़ का बजट का प्रावधान रखा गया। इसकी जानकारी कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण ने दी। सरकार की घोषणा से किसानों में हर्ष की लहर दौड़ गई।
मिली जानकारी के अनुसार छाता में शुगर मिल की शुरुआत वर्ष 1978 में क्षेत्रीय विधायक बाबू तेजपाल ने कराई थी। यह मिल पश्चिमी उत्तर प्रदेश की पांच मिलों में से आगरा मंडल की इकलौती मिल थी। जिसकी कुल क्षमता 1250 टीसीडी थी।
जिसे तत्कालीन मायावती सरकार ने 2008 में बंद करा दिया। इससे क्षेत्र के गन्ना किसान मायूस हो गए और समय-समय पर मिल शुरू कराने की मांग को लेकर आंदोलन करते रहे। पिछले बीस दिनों से मिल को चालू कराने की मांग को लेकर तत्कालीन विधायक बाबू तेजपाल सिंह के पौत्र दीपक चौधरी लगातार आंदोलन चला रहे हैं।
मिल शुरू होने से किसानों को होगा फायदा
कैबिनेट मंत्री चौ. लक्ष्मीनारायण ने बताया कि बृहस्पतिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश किया, जिसमें सीएम ने बजट भाषण में छाता समेत प्रदेश की छह अन्य मिलों के पुनर्निर्माण के लिए एवं कुछ अन्य की मरम्मत के लिए पांच हजार करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान रखने की घोषणा की है। इससे क्षेत्र के किसानों को फायदा होगा।
19 दिसबंर को मथुरा में होने वाली जनसभा में सीएम योगी किसानों से वार्ता करेंगे। उधर, मिल को शुरू कराने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसान नेता दीपक चौधरी ने कहा कि अनुपूरक बजट में धन आवंटित करना केवल दिखावा है। अगर भाजपा सरकार पुन: प्रदेश में सत्ता पर काबिज होती है तो यह बजट काम आएगा।