- दसवें दीक्षांत समारोह में 2706 उपाधियां एवं 19 गोल्ड और 19 सिल्वर मेडल प्रदान किए
मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय मथुरा (उ.प्र.) के दसवां दीक्षांत समारोह अत्यन्त गरिमा एवं उल्लास के साथ रविवार को सम्पन्न हुआ। दीक्षांत समारोह में स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की कुल 19 गोल्ड और 19 सिल्वर मेडलिस्ट के साथ 2706 उपाधियां प्रदान की गईं। इसके अलावा 22 छात्रों को मेरिट सर्टिफिकेट प्रदान किए गए।
समारोह का शुभारम्भ मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के सचिव एवं डिफेंस रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन चेयरमैन डॉ. जी सतीश रेड्डी, कुलाधिपति नारायणदास अग्रवाल, आरके गु्रप के चेयरमैन डॉ. रामकिशोर अग्रवाल एवं कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता, प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने मां सरस्वती एवं प्रेरणास्त्रोत श्री गणेषीलाल अग्रवाल जी के चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत शैक्षिक शोभायात्रा के आगमन से हुई, जिसमें मुख्य अतिथि, कुलाधिपति, कुलपति, प्रतिकुलपति एवं डीन एकेडमिक के साथ विश्वविद्यालय के कोर्ट, एग्जीक्यूटिव काउंसिल एवं एकेडमिक काउंसिल के सदस्य की अगवानी मुख्य सभागार में हुई। तत्पश्चात् कुलाधिपति ने दीक्षांत समारोह के प्रारम्भ की उद्घोषणा की।
समारोह में मुख्य अतिथि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के सचिव एवं डिफेंस रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन चेयरमैन डॉ. जी सतीष रेड्डी ने दीक्षांत संबोधन की शुरुआत सभी उपाधि प्राप्त करने वाले नवस्नातकों का उत्साहवर्धन, सभी शिक्षकों एवं छात्रों को बधाई देते हुए की। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाइ को जीएलए विश्वविद्यालय द्वारा मानद उपाधि प्रदान की गई। इससे पूर्व विश्वविद्यालय के कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने सभी का स्वागत किया। प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि का परिचय प्रस्तुत किया।

कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता द्वारा विश्वविद्यालय की प्रगति के साथ-साथ भविष्य की योजनाओं पर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि जीएलए विश्वविद्यालय ने पिछले वर्षों कई उपलब्धियां हासिल की हैं। विश्वविद्यालय को मिली यह उपलब्धियां भी छात्रों को बेहतर शिक्षकों द्वारा दी जा रही प्रदत्त शिक्षा का प्रमाण है। भयंकर महामारी के दौर में छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा दी गई। इसके लिए महामारी के दौर में जिस प्रकार विश्वविद्यालय ने असहायों की सहायता के लिए भोजन से लेकर उनकी स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए ऑक्सीजन सिलेंडर भी मुहैया कराये गए। पीएम केयर फंड और सीएम केयर फंड सहित जिला प्रशासन फंड में 43 लाख रूपये की सहायता राशि दी। विश्वविद्यालय जिस प्रकार हमेशा छात्रों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलता है, ठीक उसी प्रकार असहायों की मदद के लिए आगे रहता है। डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. आशीष शर्मा ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
प्रति कुलाधिपति प्रो. दुर्ग सिंह चौहान ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में एक से बढ़कर एक कंपनी ने जीएलए के छात्रों को रोजगार प्रदान किया है, लेकिन यह तभी संभव हो पाया है जब विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने रोजगार पाने के लायक छात्रों को तैयार किया। इसके अलावा ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट विभाग की टीम ने कंपनियों में जाकर संपर्क साधा। आगे भी विश्वविद्यालय अपने छात्रों को बेहतर अवसर प्रदान करने की तैयारी में जुटा हुआ है। पहली बार में ही विश्वविद्यालय ने नैक में एक ग्रेड प्राप्त किया था। अब दूसरी बार नैक की तैयारी जीएलए के समस्त पदाधिकारी जुटे हुए हैं, जो कि एक अच्छा परिणाम देंगे।
समारोह के समापन अवसर पर कुलाधिपति श्री नारायणदास अग्रवाल ने मुख्य अतिथि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के सचिव एवं डिफेंस रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन चेयरमैन डॉ. जी सतीष रेड्डी को स्मृति चिन्ह् भेंट कर सम्मानित किया। प्रतिकुलाधिपति प्रो. दुर्ग सिंह चौहान विशिष्ट अतिथि गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाइ को स्मृति चिन्ह् भेंट किया। कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता ने कुलाधिपति श्री नारायणदास अग्रवाल को स्मृति चिन्ह् भेंट किया। तत्पश्चात् कुलाधिपति द्वारा दीक्षांत समारोह के सम्पन्न होने की उद्घोषणा की गयी एवं शैक्षिक शोभायात्रा के प्रस्थान से कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
छात्रों की उपाधियों पर एक नजर
जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा पीएचडी के 36, बीएससी ऑनर्स बायोटेक 63, बीएससी ऑनर्स कैमिस्ट्री 23, बीकॉम ऑनर्स ग्लोबल एकाउंटिंग 37, बीकॉम ऑनर्स 118, बीटेक सिविल इंजीनियरिंग 78, बीटेक कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग 335, बीटेक सीएस सीसीवी 43, बीटेक सीएस डीए 37, बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग 51, बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेषन इंजीनियरिंग 91, बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग 167, बीए ऑनर्स इकॉनॉमिक्स 8, बीबीए 175, बीबीए ऑनर्स 72, बीबीए फेमिली बिजनेस 26, बीसीए 169, बीफार्म 71, बीएड 61, एमएससी बायोटेक 14, एमएससी कैमिस्ट्री 12, एमएससी माइक्रो एंड इम्यूनोलॉजी 9, एमएससी फिजिक्स 6, एमटेक सिविल इंजीनियरिंग ट्रॉसपोर्टेशन 5, एमटेक सिविल इंजीनियरिंग स्ट्रक्चरल 7, एमटेक सीएस 7, एमटेक ईई 2, एमटेक ईसी 3, एमटेक एमई 5, एमबीए 358, एमबीए कंस्ट्रक्षन 8, एमसीए 48, एमबीए एफएमबी 34, एमबीए एलएससीएम 15, एमफार्म फार्माकॉलोजी 11, एमफार्म फार्मास्यूटिक्स 11, यानि 2216 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। इसके अलावा डिप्लोमा सर्टिफिकेट जिसमें पॉलीटेक्निक डिप्लोमा के 432 तथा डिप्लोमा इन फार्मेसी के 58 छात्रों को डिप्लोमा सर्टिफिकेट दिए।
इस अवसर पर मंच संचालन डॉ. विवेक मेहरोत्रा ने किया। इस दौरान डॉ. विजय कुमार द्विवेदी, डॉ. आशीष शर्मा, दीपक गौड़, धर्मेन्द्र कुलश्रेष्ठ, राहुल चौधरी, फैजुल हसन, अरूण द्विवेदी, शशांक सक्सेना आदि सहयोग सराहनीय रहा।