Tuesday, October 22, 2024
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GLA के प्रबंधन संकाय में सफलता और आनंद के समन्वय पर चर्चा


मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के प्रबंधन संकाय द्वारा ‘ड्राइविंग सक्सेस थू्र हैप्पीनैस‘ विषय पर छह दिवसीय एफडीपी का आयोजन किया गया, जिसमें एएमयू अलीगढ़, हिंदुस्तान कॉलेज ऑफ साइसंस एंड टेक्नोलॉजी फरह, आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज आगरा, संस्कृति यूनिवर्सिटी, क्राइस्ट यूनिवर्सिटी गाजियाबाद, प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी बैंगलोर सहित विभिन्न संस्थानों के 100 से भी अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं शोधार्थियों ने प्रतिभाग किया।

विभिन्न सत्रों के दौरान विषय विशेषज्ञ आइआइएम तिर्चि के निदेशक प्रो. पवन कुमार सिंह, एचसीएल टेक्नोलॉजी के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट एचआर आर आनंद, जीएलए के प्रतिकुलाधिपति प्रो. दुर्ग सिंह चौहान, टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस के टेªनर एंड कंसल्टेंट प्रो. चंद्रेश्वर खान, गाइडेंस जोन के फाउंडर आचार्य नवनीत एवं जीएलए सेंटर ऑफ स्प्रीच्युलिटी एंड विजडम की एसोसिएट डायरेक्टर प्रो. अरूणा धमीजा द्वारा खुशी से सफलता कैसे हासिल की जाय से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की और मूलभूत आवश्यकताओं, महत्व एवं तकनीकी पहलुओं पर प्रकाश डाला।

आइआइएम तिर्चि के निदेशक प्रो. पवन कुमार सिंह ने कहा कि हमारे पौराणिक ग्रन्थों में आनंद के विषय में बहुत सारी जानकारियां हैं। इन्हें प्राप्त कर कैसे जीवन में आनंद की अनुभूति मिले इस पर हम सभी को विचार करने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान को समझने और मन में सषक्तिकरण पर विस्तार से चर्चा की। एचसीएल टेक्नोलॉजी के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट एचआर आर आनंद ने अनुभवों के माध्यम से तनाव पर काबू पाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि परिवर्तन एक मात्र स्थिर है, जो कि मूल्य को बढ़ाता है। प्रतिकुलाधिपति प्रो. दुर्ग सिंह चौहान ने सशक्तिकरण पर बात करते हुए जोर दिया कि सकारात्मक और मानसिक रूप से मजबूत होकर किसी भी स्थिति को संभाल सकते हैं।

प्रबंधन संस्थान के निदेशक प्रो. अनुराग सिंह ने कहा कि दैनिक जीवन को बदलने के लिए प्रसन्न रहना अतिआवष्यक है और यही सफलता की कुंजी है। डीन कंसल्टेंसी एवं विभागाध्यक्ष प्रो. सोमेश धमीजा ने प्रभावषीलता को बढ़ाने के लिए प्रसन्न रहने को आवश्यक बताया। जीएलए सेंटर ऑफ स्प्रीच्युलिटी एंड विजडम की एसोसिएट डायरेक्टर प्रो. अरूणा धमीजा ने कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम के सह संयोजक डॉ. ब्रजेश गोस्वामी व डॉ. सुस्मिता गोस्वामी का सहयोग सराहनीय रहा। इसी दौरान जीएलए विश्वविद्यालय मथुरा के कंप्यूटर इंजीनियरिंग एंड एप्लीकेशन विभाग के अंतर्गत आईबीएम् दिवस बहुत ही हर्षाेल्लास और धूमधाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम का नाम आईबीएम् आईसीई दिवस रखा गया। आईसीई का तात्पर्य इनोवेशन सेंटर फॉर एजुकेशन है।

कार्यक्रम का शुभारम्भ विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, डीन एकेडेमिक्स प्रो. आशीष शर्मा तथा विभागाध्यक्ष डॉ. रोहित अग्रवाल, प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ. हितेंद्र गर्ग तथा मुख्य अतिथि संजीव मेहता आईबीएम-आईसीई के एडवाइजर एंड हेड प्रोग्राम डेवलपमेंट, हरि रामसुब्रमन्यन -आईबीएम-आईसीई के बिजनेस डेवलपमेंट एंड एकेडेमिया रिलेशनशिप फॉर आईबीएम तथा विकारुद्दीन सुरकी आईबीएम हेड डिलीवरी एंड अकाउंट मैनेजमेंट ने दीप प्रज्वलित कर किया।

विभाग द्वारा संचालित इस कार्यक्रम की थीम लर्निंग विद फन थी, जिसके अंतर्गत एक ओर जहां प्रतिस्पर्धी आयोजनों की श्रंखला में पोस्टर प्रेजेंटेशन, टेक्निकल पेपर प्रेजेंटेशन, प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन तथा हैकथॉन आयोजित किये गये। वहीं एक्सपर्ट लेक्चर द्वारा विधार्थियों का ज्ञानवर्धन भी किया। प्रतियोगिताओं का कुशल सं्चालन विभागीय शिक्षिका रूचि अग्रवाल ने किया। इसके साथ ही अतिथि व्याख्यान के अंतर्गत विकारुद्दीन सुरकी, संजीव मेहता, हरि रामसुब्रमन्यन ने भी चर्चा की। अंत में प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ. हितेंद्र गर्ग ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।

विभागाध्यक्ष डॉ. रोहित अग्रवाल ने प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रशस्ति पत्र तथा उपहार देकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में विभागीय षिक्षक डॉ. सौरभ सिंघल, आशीष तिवारी, अंकुर चतुर्वेदी, राहुल प्रधान, आशुतोश शंखधार, अजितेश कुमार, अम्बिका गुप्ता, मोना कुमारी, रूचि अग्रवाल इत्यादि का उल्लेखनीय योगदान रहा।

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