दिल्ली का रास्ता यूपी से निकलता है इसलिए प्रदेश में नई सरकार बनाने के साथ भाजपा मिशन-2024 की रणनीति में जुट गई है। इस रणनीति में पश्चिमी उत्तर प्रदेश सबसे अहम है। यहां 136 सीटों पर 93 विधायक भाजपा के जीते हैं। योगी के मंत्रिमंडल में दो खास बातें आगे की रणनीति का इशारा करती हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 23 विधायकों को नए योगी मंत्रिमंडल में जगह मिलना और इनमें भी 12 नए चेहरों का होना। जानकारों का कहना है कि इसी फार्मूले पर दिल्ली फतह का रोडमैप बनेगा।
देश में यूपी में सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटें हैं। वर्ष 2019 में भाजपा 63 सीटें जीती थी। इनमें ब्रज क्षेत्र की 13 सीटों में से आगरा, फतेहपुर सीकरी, मथुरा, फिरोजाबाद, एटा, अलीगढ़, हाथरस, गाजियाबाद सहित 12 सीटों पर भाजपा जीती थी। विधानसभा चुनाव में आगरा, मथुरा, अलीगढ़, एटा में भाजपा ने क्लीन स्वीप किया है।
भाजपा ब्रज क्षेत्र के पूर्व संपर्क प्रमुख केके भारद्वाज का कहना है कि नए मंत्रिमंडल में नए चेहरों को तरजीह देना नए समर का संकेत है। मिशन-2024 में भाजपा उत्तर प्रदेश चुनाव की तर्ज पर टिकटों का बंटवारा कर सकती है। नए चेहरों, स्वच्छ छवि और क्षेत्र व जातिगत समीकरणों को साधते हुए दांव लगाए जाएंगे। यूपी की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही इसकी तैयारी शुरू हो गई है।
सवर्ण, दलित, जाट साधे
योगी मंत्रिमंडल में आगरा को पहली बार दो कैबिनेट मंत्री मिले हैं। पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य अब सूबे में भाजपा की अनुसूचित वर्ग से राजनीति का नया चेहरा बन गई हैं। लगातार तीसरी बार जीते योगेंद्र उपाध्याय को ब्राह्मण कार्ड पर कैबिनेट में एंट्री मिली है। मथुरा में जाट चेहरे के रूप में चौधरी लक्ष्मी नारायण को सरकार में वरीयता दी गई है। तीन लोकसभा सीट वाले ये दोनों जिले दलित, ब्राह्मण-वैश्य एवं जाट बहुल हैं।
नए चेहरों पर नई बिसात
सूबे के नए मंत्रिमंडल में नए चेहरों को जगह मिली है। जानकार इन नए चेहरों को वर्ष 2024 के लिए नई बिसात मान रहे हैं। भाजपा ब्रज सहित समूचे पश्चिम उत्तर प्रदेश में पकड़ मजबूत बनाए रखना चाहती है। वर्ष 2017 की तुलना में इस बार पश्चिम से दोगुने मंत्री चुने जाना इसी का संकेत है। वर्ष 2017 में 12 मंत्री थे जबकि 2022 के मंत्रिमंडल में पश्चिमी उत्तर प्रदेश से 23 मंत्री बने हैं।
दावा : इस बार 13 सीटें जीतेंगे
ब्रजक्षेत्र भाजपा के रजनीकांत माहेश्वरी ने बताया कि ब्रज क्षेत्र में पिछली बार 12 सीट जीती थीं, इस बार 13 सीट जीतेंगे। स्वच्छ छवि, नए चेहरों का हर वर्ग से समावेश होगा। लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां शुरू हो गई हैं। प्रदेश व केंद्र सरकार छोटे व बड़े भाई की तरह साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी।