योगी आदित्यनाथ 2.0 सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने वालीं उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर निशाना साधा है। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य को ‘अवसरवादी’ बताते हुए कहा कि आज वह खुद देखें कि उनकी क्या स्थिति है?
विधानसभा चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने श्रम और रोजगार मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। हालांकि, वह फाजिलनगर सीट से भाजपा के सुरेंद्र कुमार कुशवाहा से 45,000 से अधिक मतों से चुनाव हार गए। बेबीरानी मौर्य ने कहा कि एक महापौर से भाजपा ने मुझे राज्यपाल और फिर कैबिनेट मंत्री बनाया। मैं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हूं। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य अवसरवादी थे। वह अवसर तलाशने आए थे। उन्हें जो करना था, वह करने के बाद चले गए।
दलित उत्थान के लिए करूंगी काम’
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बेबीरानी मौर्य ने कहा कि वह दलित उत्थान और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम करेंगी। वह खुद जाटव समाज से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने कहा कि उनका समाज उन्हें बड़ी उम्मीदों से देख रहा है। बेबीरानी मौर्य ने कहा कि भाजपा गरीबों और शोषितों के कल्याण के लिए काम करती है। उन्होंने कहा कि इसीलिए लोगों ने हमें फिर से मौका दिया है और हम उनके लिए काम कर रहे हैं।
महिला सशक्तिकरण पर फोकस
उन्होंने कहा कि जब से वह आगरा की मेयर बनी थी, तब से उनका ध्यान महिला सशक्तिकरण पर है। मौर्य ने कहा कि मुझे नहीं पता कि मुझे कौन सा विभाग मिलेगा, लेकिन मुझे जो भी मिलेगा, महिलाओं पर मेरा ध्यान रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को धरातल पर सख्ती से लागू किया जाएगा।