- संस्कृति विश्वविद्यालय में हुआ उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम में एमएसएमई आगरा के सहायक निदेशक एमके शर्मा ने विद्यार्थियों को कृषि क्षेत्र में पोस्ट हार्वेस्टिंग मैनेजमेंट और पैकेजिंग के महत्व को प्रकाश डालते हुए कहा कि जानकारी और कार्य संबंधी प्रबंधन कार्य की सफलता निर्धारित करता है।
उन्होंने कहा कि अगर हमें प्रबंधन की अच्छी जानकारी होगी तो हम अपने उत्पाद का कम खर्च में अधिकतम लाभ उठा सकते हैं, इसलिए हम प्रबंधन की बारीकियों को अच्छी तरह से समझें और उनका उपयोग करें। उन्होंने कहा कि खेती में यह जानना बहुत जरूरी है कि किस समय किसकी खेती की जाय और कैसे उसकी प्रोसेसिंग की जाय ताकि अधिक से अधिक लाभ उठाया जा सके। इसके साथ ही हमें अपने उत्पाद की ग्रेडिंग भी करना आना चाहिए और उसी के अनुसार उसका मूल्यांकन करना चाहिए। उन्होंने बताया कि भारत सरकार इसको लेकर बहुत गंभीर है और इसके लिए विशेष ध्यान दे रही है।
एमएसएमई आगरा के चीफ मैनेजर फाइनेंस जीएस गोला ने अपने विद्यार्थियों को कामगारों, मशीनरी और धन के प्रभावी उपयोग के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि एक सफल औद्योगिक इकाई के लिए इन तीनों के सही प्रयोग की जरूरत होती है। उन्होंने बताया कि कैसे सही संख्या में कामगारों, आवश्यक मशीनों और धन के उचित प्रयोग द्वारा उद्योग लाभ में आ जाता है।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रो वाइसचांसलर डॉ. राकेश प्रेमी के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा उद्यमिता पर दिए जा रहे विशेष ध्यान के कारण आज हम इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान संकाय सदस्यों के साथ 150 से अधिक छात्र उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन संस्कृति स्कूल आफ एग्रीकल्चर के प्रो. एन.एन.सक्सेना के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।