Wednesday, October 23, 2024
Homeशिक्षा जगतके.डी. हॉस्पीटल में हुई बच्चे के गले की मुश्किल सर्जरी

के.डी. हॉस्पीटल में हुई बच्चे के गले की मुश्किल सर्जरी

  • ब्रैन्कियल फिस्टूला से पीड़ित था दो साल का माधव


मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा की सूझबूझ से गांव अगरयाला, तहसील छाता, जनपद मथुरा निवासी तेजपाल सिंह के पुत्र माधव (दो साल) के गले की मुश्किल सर्जरी को अंजाम दिया गया। बच्चा ब्रैन्कियल फिस्टूला से पीड़ित था अब वह पूरी तरह स्वस्थ है तथा उसे छुट्टी दे दी गई है।


ज्ञातव्य है कि गांव अगरयाला निवासी तेजपाल सिंह को दो साल पहले पुत्ररत्न की प्राप्ति हुई थी लेकिन जन्म के कुछ समय बाद पता चला कि बच्चे माधव के गले में छिद्र है, जिससे पानी जैसे द्रव का रिसाव होता रहता तथा कभी-कभी यह द्रव गाढ़ा भी हो जाता था। बच्चे की इस समस्या से परेशान तेजपाल सिंह कई शहरों के चिकित्सकों से मिला लेकिन हर जगह से उसे निराशा मिली। वह जहां भी जाता चिकित्सक बच्चे का उपचार करने में असमर्थता जता देते।


माधव की परेशानी बढ़ती ही जा रही थी। ऐसे में एक दिन तेजपाल सिंह बच्चे को लेकर के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा से मिला। डॉ. शर्मा ने देखते ही बता दिया कि यह ब्रैन्कियल फिस्टूला है, जिसे सर्जरी बिना ठीक नहीं किया जा सकता। तेजपाल की सहमति के बाद एक अप्रैल को डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. विदुषी शर्मा, डॉ. रीतेश तथा टेक्नीशियन योगेश कुमार के सहयोग से बच्चे के गले की जटिल सर्जरी करने में सफलता हासिल की।


इस सर्जरी पर शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा का कहना है कि ब्रैन्कियल फिस्टूला गले में टोन्सिल के पास तक जाता है। यह मार्ग में रक्तवाहिका तंत्रिकाएं आदि के बीच से गुजरता हुआ, मुंह के अंदर स्थित टोन्सिल तक पहुंचता है लिहाजा सर्जरी सबको बचाते हुए करनी होती है। इस तरह की सर्जरी में जरा सी असावधानी जीवन को खतरे में डाल सकती है। डॉ. शर्मा ने बताया कि चूंकि के.डी. हॉस्पिटल में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं और विशेषज्ञ स्टॉफ है लिहाजा मुश्किल से मुश्किल सर्जरी की जा सकती है।


आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, डीन डॉ. रामकुमार अशोका, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार ने बच्चे की मुश्किल सर्जरी करने वाली चिकित्सकों की टीम को बधाई दी और हौसला बढ़ाया।


RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments