- विद्यालय परिसर में पौधरोपण कर लिया उनके संरक्षण का संकल्प
मथुरा। शुक्रवार को राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने धरती बचाओ, जीवन बचाओ का संदेश देते हुए अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी दिवस मनाया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने भाषण, कविता, स्लोगन लेखन, क्विज प्रतियोगिताओं के माध्यम से पर्यावरण बचाने का संदेश दिया। विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने छात्र-छात्राओं को पर्यावरण बचाने और अधिकाधिक पौधरोपण करने का संकल्प दिलाया।
ज्ञातव्य है कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा दुनिया में बिगड़ते पर्यावरण को बचाने के लिए पृथ्वी संरक्षण सप्ताह के माध्यम से प्रतिदिन कुछ न कुछ कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। शुक्रवार को सबसे पहले बच्चों ने ’धरती बचाओ, जीवन बचाओ’ स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर रैली निकाली। पृथ्वी संरक्षण सप्ताह में पर्यावरण संबंधित नैतिक संवेदनाओं को विकसित करने के लिए अलग-अलग गतिविधियां संचालित हुईं तथा शिक्षकों और बच्चों द्वारा विद्यालय परिसर में पौधरोपण किया गया।
पृथ्वी दिवस के अवसर पर शास्त्री सदन द्वारा एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसका संचालन अनुष्का शर्मा ने किया। कार्यक्रम में छोटे-छोटे बच्चों ने रोल प्ले के माध्यम से अपने हुनर को सभी के सामने प्रस्तुत किया। छात्र-छात्राओं ने ’वृक्ष बचाओ’ सम्बन्धी नृत्य नाटिका प्रस्तुत कर लोगों को पेड़ बचाने व पौधरोपण के प्रति जागरूक किया। अनन्या ने गीत के माध्यम से पर्यावरण बचाने का संदेश दिया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि पृथ्वी बहुत ही व्यापक शब्द है। हमारे वेद-पुराणों में इसे माता का दर्जा प्राप्त है। जल, हरियाली, वन्यप्राणी और प्रदूषण यह सब पृथ्वी के ही कारक हैं। दुनिया में बिगड़ते पर्यावरण को सुधारने की खातिर हमें प्रतिदिन पृथ्वी माता की हरीतिमा को लौटाने का काम करना चाहिए। ग्लोबल वार्मिंग इस समय दुनिया की सबसे बड़ी समस्या है लिहाजा हम सबको पौधरोपण और उनके संरक्षण की शपथ लेनी चाहिए।
संस्थान के प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कहा कि आज जिस तरह प्रकृति का दोहन हो रहा है, यह समूचे जनजीवन के लिए खतरे की घंटी है। पर्यावरण को बचाने के लिए हम ज्यादा कुछ नहीं कर सकते तो कम से कम पॉलिथिन के प्रयोग को नकारें, कम से कम कागज का इस्तेमाल करें तथा रिसाइकल प्रक्रिया को बढ़ावा दें क्योंकि जितनी अधिक खराब सामग्री रिसाइकल होगी उतना ही पृथ्वी का कचरा कम होगा और इससे पर्यावरण में सुधार होगा।