लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपी में कांग्रेस फिर से जिंदा हो सकती है, यह उम्मीद नहीं छोड़ी है। पार्टी पहले राहुल गांधी को आगे बढ़ाकर राज्य में कई प्रयोग कर चुकी है। लेकिन, इसके पतन का ग्राफ बढ़ता ही गया है। पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में प्रियंका गांधी ने अपना पूरा जोर लगा दिया, लेकिन पार्टी का लुढ़कना जारी रहा। गठबंधन के भी प्रयोग बेकार हो चुके हैं और प्रोफेशनल चुनाव मैनेजरों को लगाने के बाद भी पार्टी की लुटिया डूबने का सिसलिला थमने की जगह तेज ही होता चला गया है। अब प्रियंका गांधी ने तीन नए विकल्प सुझाए हैं।
यूपी में कांग्रेस को जिंदा करने के लिए प्रियंका ने सुझाए तीन विकल्प इस साल हुए यूपी विधानसभा चुनाव में करारी हार के बावजूद पार्टी महासचिव और प्रदेश की हाई प्रोफाइल प्रभारी प्रियंका गांधी का हौसला बरकरार लग रहा है। न्यू इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक खबर के मुताबिक उन्होंने अपनी मां और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को तीन विकल्प सुझाए हैं, जिसके जरिए उन्हें लगता है कि कांग्रेस को अभी भी प्रदेश में फिर से जिंदा किया जा सकता है। जाहिर है कि ये विकल्प राज्य में पार्टी के संगठन को मजबूत करने के लिए सुझाए गए हैं। पार्टी के उच्च-स्तरीय सूत्रों के हवाले से खबर है कि वाड्रा ने प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से विचार-विमर्श करके तीनों विकल्प तैयार किए हैं। अब उनकी ओर से बताई गई योजना पर आखिरी फैसला सोनिया को लेना है और उसी के आधार पर पार्टी कोई नया ऐक्शन लेगी।
प्रियंका को चेहरा बनाने के बाद भी मिले 2.33ः वोट कांग्रेस को मालूम है कि यूपी में उसकी जो मौजूदा स्थिति है, उसके भरोसे 2024 के लोकसभा चुनाव में एक मजबूत खिलाड़ी बन पाना लगभग नामुमकिन है। यह वो राज्य है, जहां 1989 तक कांग्रेस ने एक तरह से एकतरफा राज किया है। लेकिन, 2022 के विधानसभा चुनाव में वह सिर्फ 2 सीटें ही जीत पाई है और उसे सिर्फ 2.33 फीसदी ही वोट मिल पाए हैं। 2012 के चुनाव के बाद से यूपी में इसका दायरा लगाता सिमटता जा रहा है। तब वह 28 सीटें जीती थी और 11.63 फीसदी वोट जुटाए थे। 2017 में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की बनाई रणनीति पर भी चली तो भी यह सिर्फ 7 सीटों पर ही सिमट गई और वोट शेयर भी घटकर 6.56 फीसदी रह गए। लेकिन, इस बार की हार तो और भी शर्मनाक है क्योंकि खुद प्रियंका ने अपने को प्रदेश में पार्टी का चेहरा बनाकर उतारा था।
इस महीने सोनिया ले सकती हैं बड़ा फैसला वाड्रा की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष को भेजे गए तीन सुझावों के बारे में पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं जाहिर होने देने की शर्त पर बताया है कि श्प्रियंका जी ने प्रदेश नेताओं के साथ इन विकल्पों पर चर्चा की है और उन सभी (विकल्पों) को सोनिया गांधी को देखने के लिए भेज दिया है। ये देखना है कि 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए हाई कमान किस विकल्प को चुनता है। उनके मुताबिक इसपर कोई भी फैसला इस महीने ले लिए जाने की उम्मीद है।
यूपी को चार जोन में बांटने का विकल्प सुझाया जानकारी के मुताबिक प्रियंका गांधी ने सोनिया को जो यूपी में पार्टी को फिर से जिंदा करने का तीन विकल्प सुझाया है, उसमें सूत्रों के मुताबिक पहला विकल्प है- एक वरिष्ठ नेता की अगुवाई में प्रदेश कांग्रेस समिति का पुनर्गठन करना। दूसरा विकल्प चार से पांच कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति है, जो कि प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में संगठन को जिंदा करने के लिए पूरा जोर लगाएंगे; और तीसरा विकल्प सबसे नया और तगड़ा माना जा रहा है। इसके तहत कांग्रेस के संगठन को राज्य में चार स्वतंत्र जोन में बांटकर उसके हिसाब से रणनीति बनानी है। ये जोन हैं- पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, अवध और बुंदेलखंड जोन। इसके तहत सभी जोन के लिए अलग-अलग समितियां बनाई जानी हैं।