- सीईओ कार्तिकेय अग्रवाल ने पूर्व छात्र सम्मेलन में दी जानकारी
मथुरा। जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा में पूर्व छात्र-छात्राओं के सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में सीईओ कार्तिकेय अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं को बताया कि जी.एल. बजाज ग्रुप ने उद्यमिता और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए दो करोड़ रुपये का कोष बनाया है, जिसका लाभ वर्तमान में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को ही नहीं बल्कि पूर्व के विद्यार्थियों को भी मिलेगा। सम्मेलन का शुभारम्भ मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया।
सीईओ श्री अग्रवाल ने पुणे, बेंगलूरु, हैदराबाद, जयपुर, झांसी, दिल्ली-डीसीआर, आगरा, अलीगढ़, डेनवर, कोलोराडो आदि से आए छात्र-छात्राओं का संस्थान में वेलकम करते हुए कहा कि जी.एल. बजाज संस्थान के छात्र-छात्राएं एडोब, एक्सेंचर, बजाज आलियांज, कॉग्निजेंट, अंसर्ट एण्ड योंग, ग्लोबल लॉजिक-1, हिताची, आईबीएम, इंडिया मार्ट, इंफोसिस, केपीएमजी, एल एण्ड टी, नागारो, सैप लैब्स, टीसीएल, टेक महिंद्रा, विप्रो और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन आदि सुप्रसिद्ध कम्पनियों के साथ ही बड़ी संख्या में शासकीय सेवा में कार्यरत हैं।
श्री अग्रवाल ने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि जी.एल. बजाज के पूर्व छात्र-छात्राओं में से कुछ उद्यमी हैं जबकि बहुत से लोगों ने अपने पारिवारिक व्यवसाय को नई और अप्रत्याशित ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। हमारे छात्र आईआईटी और आईआईएम में उच्च अध्ययन के लिए जा रहे हैं। प्रो. नीता अवस्थी ने बताया कि संस्थान के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल की मंशा है कि युवा पीढ़ी अनुसंधान के क्षेत्र में अधिक से अधिक रुचि ले। एनवीडिया डीजीएक्स-100 वर्कस्टेशन पर ए.आई. मशीन लर्निंग एण्ड डीप लर्निंग की प्रोसेसिंग, माइलॉफ्ट (डिजिटल लाइब्रेरी), ट्यूरिटिन से प्लैगरिज्म चेक करने की सुविधाएं अध्ययनरत छात्रों के साथ फैकेल्टी तथा पूर्व छात्रों को मिलेंगी ताकि वे प्रमुख संस्थानों से जुड़कर समाज और देश के विकास में अपना योगदान दे सकें।
संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने पूर्व छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल और उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल चाहते हैं कि युवा पीढ़ी नौकरी की तरफ भागने की बजाय स्वरोजगार की तरफ ध्यान दे। इसके लिए जी.एल. बजाज ने दो करोड़ रुपये का एक कोष बनाया है जिसका उपयोग संस्थान में अध्ययनरत विद्यार्थियों के साथ ही पूर्व छात्रों के स्टार्टअप के साथ-साथ उद्यमिता की संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए सीड फंडिंग के रूप में किया जाएगा। सम्मेलन में पहुंचे पूर्व छात्र-छात्राओं ने वर्तमान छात्र-छात्राओं से अपने अनुभव साझा किए। इस दौरान संस्थान का माहौल ही कुछ अलग था। सम्मेलन में देश-विदेश से आए पूर्व छात्र-छात्राओं ने कहा काश एक बार फिर उन्हें यहां पढ़ने का अवसर मिलता।