गोरखपुर। एग्रीगेट टैक्निकल एंड कॉमर्शियल लॉस लाइन लॉस यानि एटीएंडसी कम करने में विफल होने के साथ ही एकमुश्त समाधान योजना में उपभोक्ताओं को जोड़ने में फेल मंडल के 13 अभियंता कार्रवाई की जत में आ गए हैं। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने इन अभियंताओं को आरोप पत्र दे दिया है। इनमें पांच एसडीओ और आठ अवर अभियंता शामिल हैं।
बिजली निगम का सबसे ज्यादा जोर एकमुश्त समाधान योजना से ज्यादा से ज्यादा बकायेदार उपभोक्ताओें को जोड़ना है। उपभोक्ताओं तक बिजली का बिल पहंुचाने के साथ ही अभियंता बिल जमा कराने में भी विफल साबित हो रहे हैं। 30 जून को एकमुश्त समाधान योजना की आखिरी तारीख है। इसे लेकर रोजाना समीक्षा चल रही है। प्रबंध निदेशक ने लॉस कम करने में सफल न होने वाले अभियंताओं पर कार्रवाई की शुरूआत कर दी है।
गोरखपुर कुछ टीक बाकी जिले काफी पीछे
एकमुश्त समाधान योजना से बकायेदारोें को जोड़ने में कुशीनगर का हाटा, पडरौना, कसया, देवरिया, महाराजगंज, का निचलौल, नौतनवां काफी पीछे हैं। एसडीओ राहुल द्विवेदी को 40 हजार 403 बकायेदारों को पंजीकृत कराने की जिम्मेदारी मिली है। लेकिन वह अब तक सिर्फ 1059 को ही जोड़ सके हैं। इनके क्षेत्र में लाइन लास 76.18 प्रतिशत है। भोलानाथ के क्षेत्र. में लाइन लास 90 प्रतिशत है। इनको 68 हजार 285 उपभोक्ताओं को पंजीकृत कराने की जिम्मेदारी मिली है। लेकिन वह सिर्फ 1745 को ही जोड़ सके हैं। संजय यादव को 86 हजार 892 उपभोक्ताओं को जोड़ने की जिम्मेदारी दी गई है। लाइनलास भी इनके क्षेत्र में 89.62 प्रतिशत है लेकिन वह सिर्फ 2458 उपभोक्ताओं को ही जोड़ सके हैं।
इनको मिला आरोपपत्र
एसडीओ राहुल द्विवेदी, योगेश यादव, अनूप, संजय यादव, व भोलानाथ, अवसर अभियंता संदीप मिश्र, महेन्द्र मिश्र, नित्यानन्द ओझा, प्रवीण पांडेय, संदीप कुमार, शंभू नाथ चौधरी, रामकृष्ण गौतम, उपेन्द्र गुप्ता।