- हमारे देश में कुशल पेशेवरों की कमीः चैतन्य सोनी
मथुरा। राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के एमसीए विभाग द्वारा डेटा साइंस पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने कम्प्यूटर और सूचना विज्ञान के साथ-साथ गणित तथा सांख्यिकी जैसे क्षेत्रों में डेटा साइंस की महत्वपूर्ण भूमिका के विषय में रिसोर्स परसन से उपयोगी जानकारी प्राप्त की।
वर्कशॉप में रिसोर्स परसन इन्फोसॉफ्ट के डेटा साइंटिस्ट चैतन्य सोनी ने छात्र-छात्राओं को बताया कि डेटा साइंस एक बहु विषयक उपकरण है जो वैज्ञानिक विधियों, प्रक्रियाओं, एल्गोरिदम और सिस्टम का उपयोग करके संरचित और असंरचित डेटा से अंतर्दृष्टि निकालता है। तकनीकी दृष्टि से देखा जाए तो डेटा साइंस के माध्यम से वास्तविक घटनाओं को समझने और उनका विश्लेषण करने के लिए सांख्यिकी, डेटा विश्लेषण और मशीन लर्निंग को एकीकृत करता है।
रिसोर्स परसन ने डेटा साइंस को भविष्य का सुनहरा प्लेटफार्म बताते हुए कहा कि इस क्षेत्र में युवाओं खासकर आई.टी. से सम्बन्धित विद्यार्थियों के लिए जॉब की अपार सम्भावनाएं हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि कुशल पेशेवरों की कमी के कारण भारत में 97,000 डेटा अनालिटिक्स के पद खाली हैं क्योंकि अब हर उद्योग में डेटा अनालिटिक्स के उपयोग के कारण आईटी और विज्ञान से सम्बन्धित लगभग 45 प्रतिशत पदों की बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि ई-कॉमर्स क्षेत्र, उत्पादन क्षेत्र, बैंकिंग, वित्तीय क्षेत्र के साथ-साथ स्वास्थ्य एवं देखभाल क्षेत्र तथा यातायात के क्षेत्र में डेटा साइंस की महत्वपूर्ण भूमिका है।
इसमें महारत हासिल करने वाले युवाओं के लिए बिग डेटा इंजीनियर, मशीन लर्निंग इंजीनियर, डेटा आर्किटेक्ट, डेटा वैज्ञानिक सांख्यिकीयविद, डेटा विश्लेषक पदों पर जॉब करने के स्वर्णिम अवसर हैं। एक सामान्य सर्वे के अनुसार उक्त पदों पर जॉब हेतु चयन होने पर 4 से 12 लाख रूपए का भारी भरकम पैकेज मिलता है। अंत में संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने रिसोर्स परसन चैतन्य सोनी का आभार मानते हुए छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वर्कशॉप में हासिल ज्ञान पर नियमित अमल करें तथा कुशल डेटा अनालिटिक्स बनकर अपने सपनों को साकार करें।