गोरखपुर। उत्तरप्रदेश की एक सच्ची घटना के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। जिसे जानकर आपको हैरानी तो होगी लेकिन ये घटना सच है। छह साल पहले की घटना का जिक्र होते ही लोगों की आंखें भर आती है। ये कहानी एक हत्यारी महिला की है। जिसने अंधे प्यार में पागल होकर प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति की जान ले ली। इससे भी उसका मन नहीं भरा तो उसने चार साल बेटे को भी मोत के घाट उतार दिया। आइए इस घटना की पूरी कहानी आपको बताते हैं।
घटना गोरखपुर जिल के शाहपुर के बसारतपुर अशोक नगर की है। 21 जनवरी 2016 की रात में नेत्र विशेषज्ञ डॉ. ओमप्रकाश यादव व उनके मासूम बेटे नितिन की उनके घर में ही निर्मम हत्या कर दी गई। डॉक्टर की त्पी अर्चना यादव ने पुलिस को लट के लिए हत्या होने की सूचना दी थी। जबकि डॉ. ओमप्रकाश की मां बांगेश्वरी देवी ने बहू पर बेटे और पोते की हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी। उस वक्त सर्विलांस व कॉल डिटेल की मदद से पुलिस ने 24 घंटे के अन्दर घटना की गुत्थी सुलझा ली और अर्चना यादव व उसके प्रेमी अजय यादव जो फिरोजाबाद का रहने वाला है। दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जेल रहते ही 2020 में दोनेां को कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुना दीं।
अर्चना अपने ससुराल वालों से प्रेम संबंध छिपाने के लिए प्रेमी से दुसरे सिम कार्ड से बात करती थी। उससे बात करने के लिए सिम फोन में लगाती थीं और बात खत्म होन ेके बाद सिम बदलल देती थी। लेकिन उसके पति को शक हो गया था जिलसके बाद उसने प्रेमी को बुलाकर बारदात को अंजाम दिया।
पति को शक होने के बाद अर्चना का प्रेंमी घटना वाली रात उसके घर पहुंचा। इसके बाद दोनों ने मिलकर घर में सो रहे डॉ ओम प्रकाश यादव की हथौडे से मारकर हत्या कर दी। इस दौरान बेटा नितिन भी जग गया। इस दौरान खून से लथपथ पिता को तडपता देख वह अपनी मां के गोद में जाकर छिप गया। इस पर अर्चना ने प्रेमी से बेटे को भी मारने की बात कही। उसने ऐसा करने से मना कर दिया। जिसके बाद अर्चना ने खुद ही बेटे का घ्गला घांेटकर उसकी हत्या कर दी।
अर्चना यादव और उसके प्रेमी अजय यादव की दोस्ती फेसबुक के जरिए हुई थी। दोनों का प्यार परवान चढा तो पिता पुत्र को बेरहमी से मारकर हत्यारे बन गए और दोनों को जेल हो गई। जेल जाने के बाद भी दोनों को कोई पछतावा नहीं रहा। छह साल की सजा के दौरान कई बार दोनों ने मिलने की अर्जी दाखिल की लेकिन अनुमति न मिलने के कारण कभी मिल न सके।