- राजीव इंटरनेशनल स्कूल में विद्यार्थी परिषद का गठन
मथुरा। बाल्यकाल से ही बच्चों को किताबी ज्ञान देने के साथ ही उनमें नेतृत्व क्षमता का विकास करने के लिए मंगलवार को विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच राजीव इंटरनेशनल स्कूल में विद्यार्थी परिषद का गठन किया गया। मतदान के बाद चारों सदनों के पदाधिकारियों को शपथ दिलाई गई।
मंगलवार को राजीव इंटरनेशनल स्कूल में सुबह से ही हर्षोल्लास का माहौल रहा। विद्यार्थी परिषद के गठन से पूर्व विद्या की आराध्य देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद चयनित छात्र-छात्राओं को सदन अध्यक्षों द्वारा बैजेज प्रदान किए गए। मतदान के बाद चारों सदनों सुभाष, गाँधी, नेहरू और शास्त्री के निर्वाचित विद्यार्थियों के नामों की घोषणा की गई। शास्त्री सदन का कप्तान रनन्जय प्रताप सिंह, उप-कप्तान प्रज्ञा अग्रवाल तथा विद्यार्थी प्रशासक प्रियांशी मलिक, प्रेमकृष्ण शर्मा, खुशी, अक्षत तथा शौर्य को नियुक्त किया गया। इसी तरह गाँधी सदन की कप्तान नित्यी गुप्ता, उप-कप्तान पार्थ अग्रवाल तथा विद्यार्थी प्रशासक धारिणी भार्गव, कर्षित अग्रवाल, स्तुति खंडेलवाल, मिलन तथा कामांक्षा बनाए गए।
सुभाष सदन के कप्तान कार्तिकेय ठक्कर, उप-कप्तान अनुष्का माहेश्वरी तथा विद्यार्थी प्रशासक ऐशानी अग्रवाल, अंश चतुर्वेदी, संतुष्टि, विदुषी, हैरी गोस्वामी बनाए गए इसी तरह नेहरू सदन का कप्तान प्रियांशु अग्रवाल, उप-कप्तान प्रज्ञा सारस्वत तथा विद्यार्थी प्रशासक यशिका सारस्वत, रिदिमा शर्मा, मनीराज अग्रवाल, सान्वी अग्रवाल, अविका अग्रवाल बने।
विद्यालय में खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेल कप्तान अभयराज सिंह, उप-कप्तान जयविल तरकर बनाए गए। इसी तरह हेड बॉय अनुज नौहवार, उप हेड बॉय शौर्य प्रताप सिंह तथा हेड गर्ल वांशिका व उप हेड गर्ल केव्या शर्मा को चुना गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए वादन्या बंसल को कप्तान तथा पार्वती बी. नायर को उप-कप्तान बनाया गया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने सभी चयनित छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह के पदों से जिम्मेदारी का अहसास होता है जोकि उनके भावी जीवन में निखार एवं स्थिरता लाता है। स्कूल के प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने सभी सदनों के पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल का उद्देश्य शिक्षा के साथ ही प्रत्येक विद्यार्थी के सम्पूर्ण व्यक्तित्व का विकास करना है। हर पद का अपना महत्व है, इस बात को हमेशा ध्यान में रखा जाना जरूरी है।