कोसीकलां। यूपी पुलिस जहां एक तरफ लोगों की मदद और सुरक्षा को लगी है, वहीं दूसरी तरफ पुलिसकर्मियों पर होने वाले हमले थमने का नाम नहीं ले रहे। मामला मथुरा जिले का है, जहां नोटिस की तामील कराने गए पुलिसकर्मियों पर ग्रामीणों ने जानलेवा हमला कर दिया। इस दौरान आरोपियों ने बाइक की चाबी निकाल ली तथा मकान के अन्दर से तंमचा ले आया। तभी मोहन के परिवार के अन्य लोग भी बाहर आए और लाठी-डंडे लेकर पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। पथराव भी किया। आरोपियों में महिलाएं भी थीं। बाद में जब अतिरिक्त पुलिस बल वहां पहुंचा तो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
जानकारी के मुताबिक, मथुरा के बिशंभरा पुलिस चौकी प्रभारी अर्जुन राठी, कांस्टेबल संदीप कुमार बृहस्पतिवार की शाम को पैगांव में प्रधान उपचुनाव के दृष्टिगत धारा 111 के नोटिस तामील के लिए मोहन, चंद्रपाल उर्फ भूरा पुत्रगण उदयराम के मकान पर पहुंचे। वहां मोहन से नोटिस तामील करने को कहा गया। इस पर मोहन ने पुलिसकर्मियों को गाली देते हुए अपने भाई चंद्रपाल उर्फ भूरा, भतीजा युवराज को बुला लिया। इसी दौरान मोहन ने चेतक मोबाइल की चाबी निकाल ली। मकान के अंदर जाकर तमंचा ले आया। इस दौरान अंदर से महिलाएं भी आ गई और उन्होंने पुलिस टीम पर हमला कर दिया।
आरोपियों ने पुलिसकर्मियों के हाथ से नोटिस छीन लिया और दरोगा अर्जुन राठी की वर्दी फाड़ दी। आरोपियों ने दरोगा की पिस्टल खींची तो खींचतान में पिस्टल दरोगा के हाथ में रह गई तथा मैगजीन चंद्रपाल ने छीन ली। इस दौरान मोहन ने अवैध तमंचे से पुलिस पर फायर किया तो पुलिसकर्मी चेतक मोबाइल को छोड़कर जान बचाकर भागने लगे तो पथराव कर दिया, जिसमें दोनों को चोट लगी हैं। हमले की खबर लगते ही अतिरिक्त पुलिस बल वहां पहुंचा तो आरोपी तब भी नहीं रुके। वो लगातार पथराव करते रहे। पुलिस ने तीनों मुख्य आरोपियों मोहन, चंद्रपाल और युवराज को पकड़ लिया। चंद्रपाल के पास से 10 कारतूस के साथ मैगजीन बरामद कर ली है।
इंस्पेक्टर अरुण पंवार ने बताया कि पुलिस पर हमला करने के मामले में आरोपी मोहन, उसके भाई व भतीजे को गिरफ्तार कर चालान किया है। अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।