राघव शर्मा
बरसाना। राधारानी मंदिर पर पिछले एक दशक से दो पक्षों का सेवा पूजा विवाद जिला प्रशासन के लिए सिर दर्द बना हुआ है। शनिवार को एक गुमनाम फोन के आने से चार थानों की पुलिस मंदिर पहुंच गई और बाहर बने हॉल से यात्रियों को बाहर निकाल दिया।
पुलिस को देखते ही मंदिर सेवायतों ने बगल के शटर बंद कर दिए। करीब एक घंटे के बाद शटर खोले गए। अवगत करा दें कि मंदिर पर अखैराम थोक की छः महीने की सेवा चल रही है। इसमें प्रथम पक्ष मायादेवी और द्वितीय पक्ष रासबिहारी गोस्वामी के बीच सेवा पूजा हक को लेकर विवाद न्यायालय में लंबित है। गुरुवार को सिविल जज जूनियर ने मायादेवी पक्ष के स्टे को खारिज कर दिया था। सिविल जज जूनियर के इस निर्णय को चुनौती देते हुए मायादेवी पक्ष के अधिवक्ता गोकुलेश कटारा ने जिला जज की अदालत में अपील की है और प्रशासन से शांति व्यवस्था रखने की भी अपील की है।
इसी कड़ी में शनिवार को थाना बरसाना इंस्पेक्टर प्रमोद पंवार के पास आए एक गुमनाम फोन ने प्रशासन की नींद उड़ा दी। फोन करने वाले ने इंस्पेक्टर प्रमोद पंवार से कहा कि आज हम मंदिर में सेवा लेने के लिए आ रहे हैं और यदि मायादेवी ने सेवा हमें नहीं सौंपी तो हम झगड़ा करने से भी नहीं चूकेंगे। यह सुनकर आननदृफानन में चार थानों के थाना प्रभारी मय फोर्स के राधारानी मंदिर पहुंचे गए। दो दर्जन से अधिक संख्या में पुलिस कर्मियों को देखकर मंदिर सेवायतों ने मंदिर के दोनों शटर नीचे गिरा दिए। पुलिस ने बाहर बने हॉल से श्रद्धालुओं को बाहर निकाल दिया। खबर लिखे जाने तक मंदिर परिसर में पुलिस बल तैनात रहा।
द्वितीय पक्ष रासबिहारी गोस्वामी ने बताया कि छाता कोर्ट ने मायादेवी पक्ष में दिए गए स्टे को खारिज कर दिया है इसलिए सेवा पूजा का अधिकार हमें मिलना चाहिए। प्रशासन ने जिस तरह से सेवा पहले मायादेवी को दिलवाई थी उसी तरह से प्रशासन को हमारा सहयोग करना चाहिए। हम प्रशासन के साथ ही मंदिर पर सेवा पूजा लेने के पहुंचेंगे। हम कोई भी कदम ऐसा नहीं उठाएंगे जिससे कि मंदिर की मर्यादा या शांति व्यवस्था भंग हो। चेतन गोस्वामी ने बताया कि मैंने सेवा पूजा के विषय में झगड़ा करने की कोई बात नहीं की है। मैंने सिर्फ थाना प्रभारी को मंदिर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए फोन किया था।
थाना प्रभारी प्रमोद पंवार ने बताया कि हमारे पास नंदगांव के किसी चेतन गोस्वामी का फोन आया था कि हम शाम को आज मंदिर पर सेवा लेने के लिए पहुंचेंगे यदि सेवा नहीं मिली तो हम झगड़ा करने से भी नहीं चूकेंगे। इसीलिए हमने मंदिर पर पुलिस बल तैनात किया है। मंदिर परिसर में शांति व्यवस्था को किसी भी सूरत में भंग नहीं होने दिया जाएगा।