- जीएलए के छात्रों को षिक्षा और रोजगार के साथ मिल रहे एनपीटीईएल से सर्टिफिकेट कोर्स के अवसर
मथुरा। विद्यार्थियों की बेहतर परफार्मेंस के आधार पर लगातार दूसरी बार जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा एनपीटीईएल 1⁄4नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एन्हांस्ड लर्निंग1⁄2 की रैंकिंग में उत्तर प्रदेश में उत्कृष्ट ‘एएए‘ रैकिंग यानि दूसरे स्थान पर रहा है। देश में 10वां स्थान मिला है।
मिनिस्टंी ऑफ एजुकेशन द्वारा संचालित स्वयं प्लेटफार्म पिछले चार वर्षों में जीएलए के 10 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने एनपीटीईएल लोकल चैप्टर कोर्स करने के लिए रजिस्टेंषन कराया। इनमें 5300 से अधिक विद्यार्थी सर्टिफिकेट हासिल कर चुके हैं। 60 से अधिक विद्यार्थियों को गोल्ड़ सर्टिफिकेट, 800 से अधिक को सिल्वर एवं 180 से अधिक विद्यार्थियों को टॉपर का सर्टिफिकेट हासिल हुआ है। इसके अलावा सिविल इंजीनियरिंग विभाग के असिस्टेंट प्रो. जितेन्द्र गुडानियन को टॉप परफॉर्मिंग मेंटर तथा सिविल की असिस्टेंट प्रो. नेहा शर्मा और इलेक्टंॉनिक एंड कम्यूनिकेषन की असिस्टेंट प्रोफेसर स्वेता को मेंटर सर्टिफिकेट मिला है।


विदित रहे कि बीते दिनों स्वयं प्लेटफार्म पर टॉप 100 एनपीटीईएल लोकल चैप्टर रैंकिंग जारी हुई है। इसमें देष के बेस्ट परफार्मेंस वाले 100 संस्थानांे की सूची जारी की गई। इसमें जीएलए विष्वविद्यालय, मथुरा का भी नाम षामिल है। इस सूची में जीएलए को टॉप 100 एनपीटीईएल लोकल चैप्टर रैंकिंग में उत्तर प्रदेश में ‘एएए‘ रैकिंग यानि दूसरा और भारत देश में 10वीं रैंकिंग हासिल हुई है। जबकि भारत देश में पिछली बार जीएलए को 12वीं रैकिंग हासिल हुई थी। यह रैंकिंग इस बात का भी प्रमाण है कि विश्वविद्यालय स्तर से इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, साइंस आदि विषयों में उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान की जा रही है।
जीएलए से एनपीटीईएल लोकल चैप्टर के कॉर्डिनेटर एवं असिस्टेंट लाइब्रेरियन डॉ. अजय कुमार षर्मा बताते हैं कि पिछले चार वर्षों में स्वयं प्लेटफार्म के माध्यम से विभिन्न सर्टिफिकेट कोर्स करने के रूचि दिखाने वाले छात्रों की अगर बात की जाय तो वर्श 2021 में 3 हजार से अधिक छात्रों ने रजिस्टेंषन कराया। इसके अलावा वर्श 2022 में यह आंकडा और बढ़ गया। इस वर्श 4500 से अधिक छात्रों ने रजिस्टेंशन कराया है। यह संख्या में और भी बढ़ने का अनुमान है। उन्होंने
बताया कि विद्यार्थियों के कौशल एवं उद्यमिता विकास के लिए उक्त प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध पाठ्यक्रमों को करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी कारण जीएलए को एनपीटीईएल में एएए स्कोर प्राप्त है।
प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने बताया कि आइआइटी के प्रोफेसरों द्वारा एनपीटीईएल पर संचालित किए जा रहे पाठ्यक्रमों को करने में तो विद्यार्थियों में अच्छी जिज्ञासा देखने को मिल ही रही है, बल्कि स्वयं प्लेटफॉर्म पर भी जीएलए के प्रोफेसरों के रिकॉर्डेड लेक्चरर उपलब्ध हैं। इन रिकॉर्डेड लेक्चर के माध्यम से विद्यार्थी षिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यह सभी कोर्स यूजीसी, एआईसीटीई और भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय से मान्यता प्राप्त हैं।