गोविन्द भारद्वाज
मथुरा। 1 से 7 अगस्त तक इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन द्वारा आयोजित बोन एवं जॉइंट वीक बहुत ही सफलतापूर्वक संपन्न हुआ । मथुरा ऑर्थोपेडिक सोसायटी के अध्यक्ष डॉ निर्विकल्प अग्रवाल एवं सचिव डॉ प्रवीण गोयल ने बताया कि इस साल की थीम थी ईच वन वन सेवन ।
मथुरा के सभी हड्डी के डॉक्टरों ने आम जनता, पुलिस कर्मियों को , ड्राइवरों को , विभिन्न कॉलेजों के विद्यार्थियों को आदि सीपीआर(CPR) या बी एल एस (BLS) मतलब बेसिक लाइफ सपोर्ट की ट्रेनिंग दी। सड़क दुर्घटना से पीड़ित व्यक्ति को गोल्डन आवर में उचित उपचार मिल सके इस प्रकार की सभी सभी विधि बताई गई। यह सीपीआर की ट्रेनिंग आम आदमी के लिए बेहद जरूरी है ताकि सड़क दुर्घटना से पीड़ित व्यक्ति को चिकित्सकीय सहायता आने से पहले उसकी मदद की जा सके और उसकी जान बचाई जा सके।
1 अगस्त को पुलिस लाइन, अग्रवाल ऑर्थो केयर, शर्मा हॉस्पिटल , दरेसी हस्पताल में यह ट्रेनिंग दी गई ।
2 अगस्त को पुलिस लाइन, भास्कर हॉस्पिटल ,भक्ति वेदांत हॉस्पिटल, मोहिनी पेट्रोल पंप।
3 अगस्त को पुलिस लाइन ,गोपी कृष्ण हॉस्पिटल।
4 अगस्त को एल आर हॉस्पिटल,केडी मेडिकल कॉलेज, के एम मेडिकल कॉलेज और पुलिस लाइंस।
5 अगस्त को पुलिस लाइंस ,जीएलए कॉलेज, रोटरी क्लब ।
6 अगस्त को पुलिस लाइन ,मेहता हॉस्पिटल ,डॉक्टर दीक्षित हॉस्पिटल, शार्दुल हॉस्पिटल।
7 अगस्त को पुलिस लाइन, के एम मेडिकल में यह तकनीक सिखाई गई.
इस ट्रेनिंग के अलावा अलग-अलग अस्पतालों में एवं कॉलेजों में बीएमडी कैंप आयोजित किए गए ,नुक्कड़ नाटक, प्रदर्शनी आदि, हड्डियों को मजबूत करने के लिए, सुरक्षित जीवन जीने के लिए, स्वस्थ जीवन यापन करने के लिए डॉक्टरों के द्वारा लेक्चर्स दिए गए।