मथुरा। रेलवे जंक्शन पर सो रही एक महिला की गोद से चुराया गया बच्चा सोमवार को फिरोजाबाद में भाजपा की महिला पार्षद के घर से बरामद हुआ है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह बच्चा पार्षद ने कथित तौर पर हाथरस के बच्चा चोर गिरोह संचालक दंपति से एक लाख 80 हजार रुपये में खरीदा था। एसपी जीआरपी आगरा मोहम्मद मुश्ताक ने पत्रकार वार्ता में बताया कि गत 24 अगस्त को तड़के साढ़े चार बजे मथुरा जंक्शन के प्लेटफार्म पर सो रही एक महिला के पास से चुराया गया सात माह का बच्चा आज फिरोजाबाद नगर निगम के वार्ड संख्या 51 की महिला पार्षद विनीता के घर से बरामद हुआ है।
उन्होंने बताया कि विनीता ने यह बच्चा एक लाख 80 हजार रुपये में एक महिला स्वास्थ्यकर्मी के माध्यम से हाथरस के चिकित्सक दम्पति से खरीदा था। उन्होंने बताया कि बच्चे की चोरी की बाबत उसकी मां राधा देवी ने राजकीय रेलवे पुलिस कोतवाली मथुरा जंक्शन में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
एसपी जीआरपी ने बताया कि उस दिन महिला देर रात अपनी बहन के पति के गुजर जाने पर शोक मनाकर लौटी थी और रात ज्यादा हो जाने पर वहीं प्लेटफॉर्म पर ही सो गई थी, तभी उसका बच्चा चोरी कर लिया गया। मुश्ताक ने बताया कि राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी), विशेष कार्य बल (एसओजी) तथा सर्विलांस टीम की संयुक्त तफ्तीश में पता चला कि हाथरस में एक चिकित्सक दम्पति बच्चे चुराने तथा बेचने का गिरोह चला रहा है। उन्होंने बताया कि इस दम्पति के लिए कई ऐजेंट भी काम कर रहे थे, जो एक ओर तो बच्चे के ग्राहक तलाशते हैं। साथ ही ऐसे लोग भी जुडे़ थे, जो रेलवे स्टेशन और बस अड्डों से बच्चों को चुराते अथवा लावारिस बच्चों को अगवा कर बेच देते थे।
उन्होंने बताया कि इस मामले में गिरोह के सरगना हाथरस के सिकन्दराराऊ निवासी डॉक्टर प्रेम विहारी और उसकी पत्नी डॉक्टर दयावती, बच्चा खरीदने वाली फिरोजाबाद नगर निगम की पार्षद विनीता अग्रवाल और उसके पति कृष्ण मुरारी अग्रवाल, इन दोनों को बच्चा बेचने वाली स्वास्थ्यकर्मी पूनम और बच्चा चोरी करने वाले दीप कुमार शर्मा समेत आठ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। मुश्ताक ने बताया कि बच्चा चोर गिरोह की गिरफ्तारी एवं बच्चे की बरामदगी को अंजाम देने वाली पुलिस टीम को कुल 25 हजार रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की गई है।
डॉक्टर निकला बच्चा चोरी गैंग का मुख्य सरगना
पुलिस के मुताबिक गैंग का मुख्य सरगना डॉक्टर प्रेम बिहारी शहर के गोकुलधाम कॉलोनी सिकन्दराराऊ रोड का रहने वाला है। जो शहर के नवल नगर में बांकेबिहारी अस्पताल चलाता है। वह स्वास्थ्य विभाग के नगरिया रानी का नगला स्वास्थ्य केन्द्र पर संविदा फार्मासिस्ट के पद भी तैनात है। जबकि उसकी पत्नी डॉण् दयावती बीएएमएस है और बांकेबिहारी अस्पताल संचालन के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के आरबीएसके में संविदा पर चिकित्सक के पद पर तैनात है। जबकि गिरफ्तार अलगर्जी निवासी विमलेश आशा के पद पर तैनात है।
स्वास्थ्य विभाग ने किया अस्पताल सीज
बच्चा चोरी करने वाला दीप कुमार शर्मा दवाओं की बिक्री आदि का काम करता है। इस मामाले में कुल मिलाकर छह लोगों में से चार लोग सीधे तौर पर स्वास्थ्य विभाग में तैनात हैं। वहीं मामले का पर्दाफाश होते ही स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए नवल नगर स्थित बांकेबिहारी अस्पताल को सीज कर दिया और दंपति द्वारा संचालित अन्य अस्पतालों की भी जानकारी जुटाई जा रही है। बताया जाता है कि डॉक्टर दंपित की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही अस्पताल सील करने के आदेश दिए गए थे।