कमल सिंह यदुवंशी
गोवर्धन। भगवान श्रीकृष्ण की अल्हादिनी शक्ति श्रीराधारानी के जन्मोत्सव पर बधाई गायन और वेद ऋचाओं की ध्वनि से संगम कुंड गूंजयमान हो गया। कुंड से उठीं ध्वनी प्राचीन भवन की प्राचीरों से टकराती हुई वातावरण में आस्था की हिलौरें भर रही थीं। मूल नक्षत्र में जन्मी राधारानी का प्राकट्य उत्सव में मंदिर पुजारी उमा शास्त्री ने वेद मंत्रों का उच्चारण कर दूध, दही, शहद, इत्र, भूरा आदि से ब्रषभानु दुलारी का जन्मोत्सव पंचामृत अभिषेक, आरती कर नगर डोला निकाला गया।
रविवार को राधारानी संगम कुण्ड से राधारानी का डोला की भव्य सजावट कर नगर भ्रमण को डोला निकाला गया। राधारानी का ढोला जैसे ही पग-पग आगे बढ़ा तो दर्शनों को भीड़ उमड़ पड़ी। हनुमान तिराह, बड़ा बाजार, जोशी मोहल्ला, पुलिस चौकी मिश्रान मोहल्ला, चुड़ी गली, राधारानी परिक्रमा मार्ग होती हुई राधारानी संगम कुण्ड पर पहुॅची।

बैड़ बाजों की मधुर स्वर लहरियों के बीच गायन श्री बृषभान की पौडी रचौ है हिडोरना, गौर श्याम धारन कौ लहरिया झूलत लैत, आदि भजनों पर भक्त जमकर थिरके। राधे की भक्ति में झूमते हुए भक्तों ने राधाजी का ढोला निकाला। नगर भ्रमण के दौरान भक्तों के गले में दुप्ट्टा पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर मंदिर पुजारी उमा शास्त्री व राधाष्टमी महोत्सव समिति के सदस्यगण गौरव उपाध्याय, पंकज कौशिक, अवध बिहारी, महेश कौशिक, खगेंद्र, विशाल उपाध्याय, राधारमण पचौरी, मोनी पण्डित, त्रिलोकी उपाध्याय, आदि उपस्थित रहे।