- –जीएलए विश्वविद्यालय और ब्रज तीर्थ विकास परिषद् द्वारा आयोजित किया जा रहा सांझी महोत्सव
- -जीएलए द्वारा आयोजित सांझी महोत्सव का शुभारम्भ करेंगे पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री
मथुरा/गोकुल। सांझी कला के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा और उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद् ने बीड़ा उठाया है। इसके तहत भगवान श्रीकृष्ण के गोकुल स्थित भक्त रसखान की समाधि पर आज रविवार से 25 सितंबर तक 8 दिवसीय सांझी महोत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रदेश पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह करेंगे।
गोकुल स्थित रसखान समाधि पर आयोजित होने वाले आठ दिवसीय सांझी महोत्सव में आज से सांझी कला के अलावा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। इस आयोजन में राजकीय संग्रहालय मथुरा और ब्रज संस्कृति शोध संस्थान के सहयोग से विभिन्न प्रकार की जल सांझी, फूलों की सांझी, गोबर सांझी, केले के पत्तों की सांझी, कैनवास सांझी और रंगों की सांझी के अलावा सांझी सेमिनार और सांझी प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी। महोत्सव में सांझी विषेश आकर्शण का केन्द्र होंगी।
जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा की ओर सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दे दिया गया है। आज रविवार से भजन संध्या, 19 को सांझी समाज गायन एवं बनी-ठनी से रसिक बिहारी नाट्य रूपक, 20 को वेणी गूंथन रासलील, 21 को सांझी व्याख्यान माला, ख्याल, लावन एवं लोकगीत, 22 को ब्रजभाशा कवि सम्मेलन, 23 को लोक नृत्य, 24 को सांझी प्रतियोगिता तथा 25 को महोत्सव का समापन होगा। जिनमें से कुछ कार्यक्रम सुबह 10 से तथा अधिकतर कार्यक्रम सायं 4 से 7 बजे तक आयोजित होंगे। कलाकारों द्वारा मनमोहक प्रस्तुति के लिए जीएलए विश्वविधालय द्वारा बेहतर और समुचित व्यवस्थाएं की गईं हैं।
जीएलए के प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने बताया कि भगवान श्रीकृश्ण से जुड़ी लीलाओं की यह सांझी कला के संरक्षण और संवर्धन हेतु विष्वविद्यालय और ब्रज तीर्थ विकास परिषद् ने यह बीड़ा उठाया है। उन्होंने बताया कि स्मारक मित्र के तहत जब से जीएलए ने रसखान समाधि और ताज बीवी को गोद लिया है तब से अब तक काफी संरक्षण हुआ है। आने वाले श्रद्धालुओं के रसखान की लीलाओं के बारे में जानकारी देने हेतु एक माॅन्यूमेंट इंचार्ज की तैनाती की गई है।
उप्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद् के डिप्टी सीईओ पंकज वर्मा ने बताया कि सांझी महोत्सव को भव्य रूप देने के लिए तैयारियां षुरू हो गई हैं। सांझी कलाकार और सहयोगीयों के साथ बैठक हो चुकी है। इसके अलावा सांस्कृति कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले कलाकारों ने कार्यक्रम को भव्यता और दिव्यता के साथ करने की मंजूरी दे दी है। उन्होंने बताया कि सबसे बड़ी बात यह है कि इस आठ दिवसीय महोत्सव में ब्रज के कलाकार ही प्रतिभाग करेंगे। सभी प्रतिभागियों को सम्मान पत्र और स्मृति चिन्ह् भेंटकर सम्मानित किया जायेगा।