Sunday, November 24, 2024
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इशिता अग्रवाल ने हाइड्रोजन ईंधन सेल को बताया समय की जरूरत

  • जी.एल. बजाज की मेधावी छात्रा को मिला पहला स्थान


मथुरा। आज के समय में वायु प्रदूषण समूची दुनिया के लिए चिन्ता की बात हो गई है। इससे कैसे निजात पाई जाए, इस दिशा में तरह-तरह के प्रयोग हो रहे हैं। जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा की कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग द्वितीय वर्ष की मेधावी छात्रा इशिता अग्रवाल को इनोवेटिव भारत प्रतियोगिता में हाइड्रोजन ईंधन सेल की महत्ता पर उत्कृष्ट और सारगर्भित विचारों के लिए प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया।


हाल ही सूक्ष्य, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पर्यावरण और सामाजिक जीवन विषय पर आयोजित इनोवेटिव भारत प्रतियोगिता में जी.एल. बजाज की छात्रा इशिता अग्रवाल ने न केवल सहभागिता की बल्कि अपने उत्कृष्ट विचारों से सभी को प्रभावित करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। मेधावी इशिता के विचारों की सराहना करते हुए आयोजकों द्वारा उसे सर्टिफिकेट के साथ ही 11 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया गया।
पर्यावरण और सामाजिक जीवन विषय पर बोलते हुए इशिता ने कहा कि हाइड्रोजन फ्यूल सेल टेक्नोलॉजी आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। यह पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल और उपयोगी है। सीधे शब्दों में कहें तो हाइड्रोजन फ्यूल सेल बिजली पैदा करने के लिए हाइड्रोजन की रासायनिक ऊर्जा का इस्तेमाल करता है तथा उप-उत्पादों के रूप में पानी और गर्मी के साथ बिजली का उत्पादन करने के लिए हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन को जोड़ता है।


इस तकनीक के मूल में ईंधन सेल समूह है, जो रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है। यह इनपुट के रूप में हाइड्रोजन और ऑक्सीजन का उपयोग करके बिजली पैदा करता है। इशिता बताती हैं कि हाइड्रोजन का इस्तेमाल करने के लिए उसे स्टोर करना पड़ता है और इसके लिए एक हाइड्रोजन टैंक की जरूरत होती है। इशिता ने बताया कि हाइड्रोजन फ्यूल सेल के प्रयोग को बढ़ावा देकर हम पर्यावरण असंतुलन को आसानी से रोक सकते हैं।


आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल तथा संस्थान की निदेशक प्रो. (डॉ.) नीता अवस्थी ने इशिता अग्रवाल की इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उसे बधाई दी। डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्र के विकास में युवा पीढ़ी अपना अमूल्य योगदान दे सकती है। इनोवेटिव भारत प्रतियोगिता में इशिता के विचारों की सराहना होना समूचे जी.एल. बजाज संस्थान के लिए गर्व की बात है।

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