- लम्बे समय से पेट दर्द से परेशान त्रिवेणी के चेहरे पर लौटी मुस्कान
मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के विशेषज्ञ शल्य चिकित्सक श्याम बिहारी शर्मा ने लम्बे समय से पेट दर्द, उल्टी तथा खाने में अरुचि से परेशान त्रिवेणी (62) पत्नी बाली निवासी गांव विशम्भरा, तहसील छाता, जनपद मथुरा को मुश्किल सर्जरी के माध्यम से पूरी तरह स्वस्थ करने में सफलता हासिल की है। स्वस्थ होने के बाद त्रिवेणी को छुट्टी दे दी गई है।
ज्ञातव्य है कि गांव विशम्भरा निवासी त्रिवेणी प्रायः पेट दर्द से परेशान रहती थी, वह कुछ भी खाती तो कुछ देर में ही उल्टी कर देती। मां की इस परेशानी को देखते हुए बेटा महेश 12 अक्टूबर को उन्हें के.डी. हॉस्पिटल के सर्जरी आउटडोर यूनिट-1 में लेकर आया। डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने उसकी प्रारम्भिक जांचों को देखा जिससे पता चला कि उसके पित्त की थैली फूली हुई है तथा पित्त वाहिनी (सीबीडी) में गांठ है तथा उसमें छोटी-छोटी पथरियां हैं जिसके कारण उसे पेट दर्द एवं उल्टी होती है।
डॉ. शर्मा ने कुछ अन्य जांचें कराईं जिससे पता चला कि पित्त ले जाने वाली नली जो छोटी आंत में खुलती है उसमें गांठ है। मेडिकल भाषा में इसे कोलीडोकल सिस्ट कहते हैं, जिसमें पथरियां भरी हुई थीं। आखिरकार डॉ. शर्मा ने उसे आपरेशन कराने की सलाह दी। परिजनों की स्वीकृति के बाद 17 अक्टूबर को त्रिवेणी की सर्जरी की गई। डॉ. श्याम बिहारी शर्मा द्वारा सर्जरी के माध्यम से पित्त की थैली पित्त वाहिनी को निकाला गया तथा आंत से लीवर को जोड़कर पित्त के निकलने का रास्ता बनाया गया, जो आंतों में पहुंच कर पाचन क्रिया में मुख्य भूमिका अदा करता है।
इस सर्जरी में डॉ. शर्मा का सहयोग डॉ. रवि बघेल, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. नवीन सिंह तथा ओटी टेक्नीशियन योगेश एवं शिवम ने किया। डॉ. शर्मा का कहना है कि इस सर्जरी को हिपेटिकोडोको ड्युओडिनोस्टॉमी कहा जाता है। त्रिवेणी अब बिल्कुल ठीक है तथा उसके टांके काटकर छुट्टी दे दी गई है। परिजन इस सर्जरी से संतुष्ट हैं क्योंकि बहुत कम खर्च में त्रिवेणी स्वस्थ हुई है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, डीन डॉ. रामकुमार अशोका तथा चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार ने जटिल सर्जरी करने वाली टीम को बधाई देते हुए त्रिवेणी के स्वस्थ जीवन की कामना की है।