मथुरा। यूपी की कानून व्यवस्था संभालने के लिए सोमवार की रात योगी सरकार ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया। इस लिस्ट में मथुरा जिले के एसएसपी अभिषेक यादव का नाम भी शामिल था। उनकी जगह प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या की कमान संभालने वाले आईपीएस शैलेश पांडे को कृष्ण नगरी की जिम्मेदारी दी गई। चार्ज संभालते ही एसएसपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती 6 दिसंबर की तारीख मानी जा रही है। आइए आपको इसके पीछे की वजह बताते हैं।
जानकारी के मुताबिक, इस वक्त लगातार हिंदूवादी संगठन श्रीकृष्ण जन्मस्थान के मुद्दे को गर्माए हुए हैं। छह दिसंबर पर यह मुद्दा और गर्मा न सके, इसके लिए नवागत एसएसपी को चार्ज संभालने के बाद ऐसी रणनीति तैयार करनी होगी, जिससे जनपद का माहौल सौहार्दपूर्ण बना रहे। एसएसपी के लिए इसी वजह से ही इसे बड़ी चुनौती मानी जा रही है। गनीमत ये बताई जा रही है कि एसएसपी पहले भी मथुरा जिले में तैनात रह चुके हैं, इसलिए उनको यहां की भौगोलिक स्थिति के बारे में ज्यादा जानने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
गौरतलब है कि आईपीएस शैलेश बिहार के रहने वाले हैं और इनकी 12वीं तक की शिक्षा पटना में हुई है। फिर उन्होंने ग्रेजुएशन मुंबई से किया है। पॉलिटिकल साइंस से ग्रेजुएशन किया है और ऑस्ट्रियन कंपनी में 5 वर्षों तक सर्विस भी की। उसके बाद इन्होंने आईपीएस ज्वॉइन किया। अपने कार्यकाल के दौरान शैलेश कुमार पांडे बरेली, बागपत , जौनपुर, बस्ती, संत कबीर नगर, गोंडा जैसे जिलों में पुलिस कप्तान रह चुके हैं। वो अयोध्या जिले में भी बतौर एसएसपी तैनात रहे हैं। साल 2015 में एसपी सिटी रहते हुए मथुरा की भौगोलिक स्थिति से पूरी तरह से वाकिफ नवागत एसएसपी के लिए यह नया जिला तो नहीं है पर कप्तान के रूप में जरूर उनकी यह पारी नई होगी।