- शिशु शल्य चिकित्सक श्याम बिहारी शर्मा ने जन्मजात विकृति की दूर
मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के विशेषज्ञ शिशु शल्य चिकित्सक डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने ग्राम सलेमपुर, सौंख रोड महौली, मथुरा निवासी भगत सिंह के घर 18 नवम्बर को जन्मी नवजात बच्ची की जन्मजात विकृति का ऑपरेशन करने में सफलता हासिल की है। ऑपरेशन के बाद बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है तथा मां का दूध पीना प्रारम्भ कर दिया है और आसानी से यथास्थान मल त्याग कर रही है।
जानकारी के अनुसार ग्राम सलेमपुर, सौंख रोड महौली, मथुरा निवासी भगत सिंह के घर विगत माह एक कन्या ने जन्म लिया। इस बच्ची के जन्म से ही मलद्वार नहीं था, इसकी जानकारी कुछ दिन बाद परिजनों को तब हुई जब उसने योनि मार्ग से मल विसर्जित किया। नवजात बच्ची की इस समस्या से परेशान भगत सिंह अपनी पोती को लेकर के.डी. हॉस्पिटल के शिशु शल्य चिकित्सक श्याम बिहारी शर्मा से मिले। डॉ. शर्मा ने बच्ची की कुछ प्रारम्भिक जांचें करवाईं जिनसे उसकी जन्मजात विकृति का पता लगा। जांच से पता चला कि बच्ची के मलद्वार ही नहीं है। डॉ. शर्मा ने परिजनों को बच्ची का ऑपरेशन कराने की सलाह दी।
परिजनों की सहमति के बाद एक दिसम्बर, 2022 को डॉ. श्याम बिहारी शर्मा द्वारा निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. शमीम और टेक्नीशियन योगेश कुमार के सहयोग से बच्ची का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया। डॉ. शर्मा का कहना है कि ऐसी विकृति हजारों शिशुओं में से एकाध में ही होती है। मेडिकल भाषा में इसे रेक्टो वेस्टिबूलर फिस्टुला कहते हैं और ऑपरेशन का नाम एंटीरियर सैजाइटल एनोरेक्टोप्लास्टी है। नवजात बच्ची के सफल ऑपरेशन पर आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, डीन डॉ. रामकुमार अशोका ने विशेषज्ञ शिशु शल्य चिकित्सक डॉ. श्याम बिहारी शर्मा तथा उनकी टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए बधाई दी।