नई दिल्ली। चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत भी सतर्क हो गया है। केंद्र सरकार कोरोना से बचाव की तैयारी में जुट गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया आज शीर्ष अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ महामारी की स्थिति पर समीक्षा बैठक करेंगें।
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां –
कोविड-19 पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की बैठक में अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू हवाई अड्डे पर बचाव के लिए किस तरह कदम उठाया जाए इस पर विचार किया जाएगा। साथ ही विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए नियमों का निर्धारण किया जाएगा. कोविड-19 के नए वैरीएंट को लेकर विशेषज्ञों की राय जानी जाएगी।
बैठक में स्वदेश लौटने वाले भारतीयों के संबंध में नियम पर भी चर्चा होने की संभावना है। देश में कोविड-19 के मौजूदा वैरीएंट और उनकी स्थिति तथा नए वर्ष के आगमन के संबंध में आयोजित कार्यक्रमों में सतर्कता संबंधी नियमों पर चर्चा होने की संभावना है।
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सभी कोविड पॉजिटिव मामलों के नमूने प्रतिदिन इनसाकोग जीनोम सीक्वेंसिंग लैब में भेजने का निर्देश पहले ही दे दिया है। इनसाकोग भारत में कोविड के विभिन्न प्रकारों का अध्ययन और निगरानी करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत एक मंच है।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की ओर से सभी राज्यों को एक पत्र में कहा गया है, ष्जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, कोरिया गणराज्य, ब्राजील और चीन में कोरोना के मामलों की अचानक तेजी को देखते हुए। नए वेरिएंट को ट्रैक करने के लिए कोविड पॉजिटिव मामलों के जीनोम सीक्वेंसिंग को तैयार करना आवश्यक है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश ने पिछले 24 घंटों में 131 ताजा कोविड पॉजिटिव मामले आए हैं।हालांकि, यह सोमवार के 181 से नीचे है. वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या 3,408 है।
कोरोना से पिछले 24 घंटों में तीन मौतें दर्ज की गईं हैं. दो केरल से और एक पश्चिम बंगाल से. मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत अब तक कोविड वैक्सीन की लगभग 220 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।
कथित तौर पर चीन अपनी जीरो कोविड नीति में बदलाव के बाद से कोविड से संबंधित मौतों में वृद्धि को रोकने के लिए संघर्ष कर रहा है। जीरो कोविड नीति में सख्त लॉकडाउन और सामूहिक परीक्षण (टेस्ट) लागू किए गए थे।
कथित तौर पर चीन के एक अपार्टमेंट में आग लगने से 10 लोगों के मारे जाने के बाद जीरो कोविड नीति का बड़े पैमाने पर लोगों ने विरोध किया था। लोगों का आरोप था कि इस सख्त नीति के कारण दमकल की गाड़ियां आग की लपटों से प्रभावी ढंग से नहीं लड़ सकीं।
रिपोर्टों के अनुसार, चीन में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी के बाद अस्पतालों पर बोझ बढ़ गया है और फार्मेसियों में दवा खत्म हो गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि लोगों को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान तक नहीं मिल पा रहे।
समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी अधिकारियों का कहना है कि वायरस की प्रगति को ट्रैक करना असंभव है। बीजिंग में स्थानीय अधिकारियों ने सोमवार की दो मौतों की तुलना में मंगलवार को कोविड से सिर्फ पांच मौतों की सूचना दी।