मथुरा। भारत सरकार पारंपरिक ज्ञान के आधार पर भारतीय परिप्रेक्ष्य के साथ पर्यावरणीय मुद्दों के समाधान खोजने के लिए देश भर में ‘सुमंगलम‘ अभियान का आयोजन कर रही है। इसी के तहत बीते दिनों शिक्षा अनुसंधान यूनिवर्सिटी भुवनेश्वर में आयोजित ‘सुमंगलम पंचमहाभूत‘ कॉन्फ्रेंस में जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के बीएससी केमिस्ट्री के अल्यूमनस गौरव शर्मा ने प्रतिभाग कर वातावरण परिवर्तन पर अपनी बात रख जीएलए का ‘गौरव‘ बढ़ाया।
सुमंगलम पंचमहाभूत काॅफेंस का शुभारम्भ ओडिशा के राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल और केंद्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने किया। इस कॉन्फ्रेंस में जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के अल्यूमनस गौरव शर्मा सहित देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के 100 से अधिक छात्र और विशय-विशेषज्ञ सम्मिलत हुए। राज्यपाल और कैबिनेट मंत्री के द्वारा विभिन्न अभ्यर्थियों से जल-वायु परिवर्तन को लेकर विभिन्न प्रश्न पूछे गए। पूछे गए प्रश्नों का अधिकतर अभ्यर्थियों ने अपने अलग-अलग अंदाज में जवाब दिया।
जीएलए बीएससी केमिस्ट्री के अल्यूमनस गौरव शर्मा ने कॉन्फ्रेंस में जल-वायु परिवर्तन पर अपनी बात रखते हुए कहा कि वर्तमान जल से लेकर वायु में काफी परिवर्तन नजर आ रहा है। इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि बारिश के अत्याधिक न होने के कारण पृथ्वी पर जल भी औसतन मात्रा में उपलब्ध हो रहा है। यही कारण है कि आज अधिकतर घरों में पानी को क्यूरिफाई करने के लिए आरओ जैसे संसाधनों का प्रयोग किया जा रहा है। आज से करीब ज्यादा नहीं, बल्कि 10 से 15 वर्ष पहले इन आरओ जैसे संसाधनों का प्रयोग इतना नहीं था। वायु पर उन्होंने कहा कि वायु प्रदूशण तो इतना अत्यधिक हो गया है कि इसके लिए हम सभी जिम्मेदार हैं। सड़कें चैड़ीकरण के साथ-साथ पेड़ भी उतने ही कट रहे हैं, जितने लग नहीं पा रहे हैं। पहाड़ी इलाकों की बात की जाय तो वहां भी कटान के कारण हजारों झरने बंद हो गए, जो कि वायु प्रदूशण का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि ऐसे ही काफी मुद्दे हैं, जिनकी तरफ वर्तमान में ध्यान देने की जरूरत है।
अल्यूमनस के द्वारा जल-वायु प्रदूषण पर रखी गयी बातों से प्रभावित होकर राज्यपाल और कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जो भी मुद्दे कॉन्फ्रेंस में उठाए गए उन पर जोर देने की जरूरत है। ओडिशा से कॉन्फ्रेंस में शामिल होकर लौटे अलूमनस गौरव को जीएलए के प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने शुभकामनायें देते हुए कहा कि पहले भी युवा संसद में गौरव ने प्रतिभाग कर अपनी बात रखी। इस बार भी सुमंगलम कार्यक्रम में शामिल होकर जीएलए का गौरव बढ़ाया है। अल्यूमनस का चयन यूके पार्लियामेंट में इंडो यूरोपियन बिजनेस फोरम में इंडियन रिप्रेजेंटेटिव के रूप में हुआ है।