- राजीव एकेडमी में तीन दिवसीय सॉफ्टस्किल्स ट्रेनिंग का समापन
मथुरा। सॉफ्टस्किल्स सिर्फ आपकी प्रोफेशनल ही नहीं बल्कि पर्सनल लाइफ के लिए भी जरूरी है। सॉफ्टस्किल्स का एक व्यापक क्षेत्र है जिसमें सम्प्रेषण, सुनने की कला, नेतृत्व के गुण, सृजनात्मकता और समस्या निवारण का कौशल आदि शामिल हैं। जब बात कम्युनिकेशन की हो तो सॉफ्टस्किल्स का होना जरूरी है ताकि एक शानदार ईमेल लिख पाएं, क्लाइंट को अपनी कम्पनी के प्रोडक्ट्स के बारे में बता सकें, बेहतरीन प्रजेंटेशन दे पाएं तथा साथी सदस्यों के साथ बेहतर तालमेल बना पाएं। यह बातें राजीव एकेडमी में आयोजित तीन दिवसीय सॉफ्टस्किल्स ट्रेनिंग में विशेषज्ञ ट्रेनरों ने छात्र-छात्राओं को बताईं।
जी.टी.टी. फाउण्डेशन के तत्वावधान में राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट में बीबीए, बी.ईकॉम, बीएससी (सीएस) तथा बीसीए पांचवें सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं के लिए तीन दिवसीय सॉफ्टस्किल्स ट्रेनिंग का आयोजन किया गया जिसमें रिसोर्स परसन महीप सिंह और केशव भाटिया ने अपने-अपने अनुभव साझा किए। महीप सिंह ने कहा कि कार्पोरेट के क्षेत्र में अपार सम्भावनाएं हैं। इस क्षेत्र में अच्छी पर्सनालिटी और सॉफ्टस्किल्ड विद्यार्थी स्वयं के सपनों को गोल्डन ड्रीम में बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि सॉफ्टस्किल्स से आपको कठिन परिस्थितियों में सकारात्मकता बनाए रखने में मदद मिलती है।
केशव भाटिया ने छात्र-छात्राओं को बताया कि कोई समस्या किसी कम्पनी की टीम और उसकी उत्पादकता को कैसे प्रभावित करती है, इसके लिए उचित समाधान और उन्हें लागू करने के लिए जिन योजनाओं को बनाया जाना चाहिए, उनके लिए सॉफ्टस्किल्स का होना बेहद आवश्यक है। सॉफ्टस्किल को बेहतर बनाकर समय सीमा का प्रबंधन करने और केंद्रित रहने में मदद मिलती है। इन तीनों दिनों में विद्यार्थियों को लक्ष्य निर्धारण, इम्प्लीमेंटेशन, योजना तैयार करने के लिए सकारात्मक डिस्कशन, प्रभावशाली रिज्यूम तैयार करना, ग्रूमिंग एण्ड कम्युनिकेशन स्किल्स आदि की ट्रेनिंग दी गई। ट्रेनिंग के आखिरी दिन इण्टरव्यू के लिए तैयारी, पब्लिक स्पीकिंग, एसडब्ल्यूओटी एनालिसिस और इंट्रापर्सनल स्किल्स को विस्तार से समझाया गया जिसमें विद्यार्थियों के साथ-साथ प्राध्यापकों ने भी बहुत कुछ सीखा।
संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने इस ट्रेनिंग को करिअर निर्माण के लिए बहुमूल्य बताते हुए आगन्तुक ट्रेनरों और रिसोर्स परसन का स्वागत किया। डॉ. सक्सेना ने बताया कि जी.टी.टी. कम्पनी का राजीव एकेडमी के साथ कोलोबरेशन हुआ है जो समय-समय पर विद्यार्थियों को सॉफ्टस्किल की ट्रेनिंग प्रदान करेगी। यह ट्रेनिंग विद्यार्थियों के लिए कैम्पस प्लेसमेंट में सफलता प्राप्ति के लिए आवश्यक है। कम्पनी के अधिकारियों ने बताया कि हमारी संस्था पहले नटराजन एज्यूकेशन सोसायटी के नाम से जानी जाती थी जो अब जी.टी.टी. के नाम से जानी जाती है। इसका मुख्यालय पुणे में है। यह संस्था विगत 26 साल से कार्यरत है तथा इसके चालीस से अधिक कार्पोरेट ट्रेनिंग सेण्टर और 250 इन हाउस ट्रेनिंग माड्यूल्स हैं।