- होडल निवासी महिला को मिली नई जिन्दगी
मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के विशेषज्ञ न्यूरो सर्जनों डॉ. अवतार सिंह और डॉ. अजय कुमार प्रजापति ने होडल (हरियाणा) निवासी लक्ष्मी (55) के ब्रेन की फटी हुई नस की सर्जरी करके उसे नया जीवन दिया है। मरीज अब बिल्कुल ठीक है तथा उसे छुट्टी दे दी गई है। डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह की मुश्किल सर्जरी ब्रज क्षेत्र में पहली बार की गई है।
गौरतलब है कि होडल निवासी लक्ष्मी लम्बे समय से सिरदर्द से परेशान थी। परिजनों ने उसे फरीदाबाद सहित अन्य कई चिकित्सालयों में दिखाया लेकिन उसका सिरदर्द कम होने की बजाय बढ़ता ही गया। आखिरकार परिजन उसे एक दिन के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर लेकर आए। उस समय मरीज तेज सिरदर्द से कराहने के साथ ही बार-बार उल्टी कर रही थी तथा बेहोशी की हालत में थी।
विशेषज्ञ न्यूरो सर्जनों डॉ. अवतार सिंह और डॉ. अजय कुमार प्रजापति ने उसकी जांच कराई जिसमें पता चला कि वह उच्च रक्तचाप से पीड़ित है। सीटी स्कैन कराने से ज्ञात हुआ कि उसके दिमाग की नस फटी हुई है तथा उससे काफी रक्तस्राव हो गया था। रंगीन सीटी स्कैन से पता चला कि दिमाग की नस में दो गुब्बारे (एन्युरिज्म) हैं। अंततः चिकित्सकों ने परिजनों को ऑपरेशन की सलाह दी। परिजनों की सहमति के बाद 22 दिसम्बर को डॉ. अवतार सिंह और डॉ. अजय कुमार प्रजापति के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम ने उसकी सर्जरी की जोकि सफल रही। इस ऑपरेशन में डॉ. अवतार सिंह और डॉ. अजय कुमार प्रजापति का सहयोग डॉ. दिलशेख सलमानी, डॉ. अनुराग कुमार, डॉ. सिद्धार्थ वर्मा, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. दीपक अग्रवाल तथा टेक्नीशियन रोहित सिकरवार ने किया।
इस ऑपरेशन पर चिकित्सकों का कहना है कि ब्रेन स्ट्रोक में एन्युरिज्म फटने पर उसका ऑपरेशन छह से चौबीस घंटे के अंदर किया जाना चाहिए। इसमें जितनी देर होती है मरीज की जान को उतना खतरा बढ़ जाता है। दरअसल तनाव और हाई ब्लड प्रेशर के कारण ब्रेन की धमनी छोटे से गुब्बारे की तरह फूल जाती है। लगातार दबाव बने रहने की वजह से वह फट जाती है। देर होने पर इंटरनल ब्लीडिंग की वजह से मरीज की मौत भी हो सकती है। चिकित्सकों का कहना है कि लक्ष्मी के ब्रेन में इंटरनल ब्लीडिंग ज्यादा हो गई थी। सर्जरी के दौरान ब्रेन में फैल गए ब्लड को हटाने के साथ धमनी को ठीक किया गया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका, उप-प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार ने महिला की मुश्किल ब्रेन सर्जरी करने वाले चिकित्सकों की टीम को बधाई दी।