- शैक्षिक भ्रमण से मिलता है वास्तविक ज्ञानः डॉ. रामकिशोर अग्रवाल
मथुरा। विद्यार्थी जीवन में शैक्षिक भ्रमण का विशेष महत्व है। इससे छात्र-छात्राओं में समूह में रहने की प्रवृत्ति, नायक बनने की क्षमता, आत्मविश्वास व भाईचारे की भावना प्रबल होती है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए राजीव इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों को शिखा सिंह, प्रियंका चतुर्वेदी, सनी, सोनिका, श्याम पांडेय आदि शिक्षकों के नेतृत्व में शीतल पेय कम्पनी कोका-कोला का भ्रमण कराया गया।
अपने शैक्षिक भ्रमण में राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने छाता स्थित कोका-कोला कम्पनी की शीतल पेय निर्माण इकाई का भ्रमण किया। शैक्षिक भ्रमण में कोका-कोला कम्पनी के अधिकारियों ने छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रकार के पेय उत्पादों को बनाने की विधियों की जानकारी प्रदान की। छात्र-छात्राओं ने शैक्षिक भ्रमण में यह भी जाना कि जिस पेय पदार्थ को वे बड़े चाव से पीते हैं, उसे किस तरह अत्यधिक शुद्धता के साथ तथा सरकार द्वारा नियत मानकों के तहत तैयार किया जाता है। इस शैक्षिक भ्रमण का उद्देश्य छात्र-छात्राओं को सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करना था।
आर.के. एजूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने कहा कि अर्जित ज्ञान के मूल्यांकन और उसकी कमियों का पता छात्र-छात्राओं को शैक्षिक भ्रमण के दौरान ही चलता है। इस प्रकार के भ्रमण बच्चों को तरोताजा कर देते हैं, जिससे वे अग्रिम शिक्षा पूरे मनोयोग से प्राप्त करते हैं। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि शैक्षिक भ्रमण से छात्र-छात्राओं को वास्तविक ज्ञान प्राप्त होता है जोकि जीवन पर्यंत मानस में अंकित रहता है।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कहा कि विद्यार्थियों के करियर निर्माण में शैक्षिक भ्रमण का विशेष महत्व है। इस तरह के भ्रमण के दौरान विद्यार्थी खुले वातावरण में शिक्षा को अपने व्यक्तिगत अनुभवों से परिभाषित करते हैं। शैक्षिक भ्रमण से छात्र-छात्राओं में एक अनुभूति जागृत होती है। इससे बच्चों में शिष्टाचार की भावना भी पैदा होती है।