नरेन्द्र सिघल
कोसीकलां। छाता तहसील के कोसीकला के करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर गाँव फालैन में मौजूद पौराणिक प्रह्लाद कुंड के जीर्णोद्धार की मांग को लेकर गांव में सोमवार से भक्त प्रह्लाद मंदिर के बाबा ईश्वरानंद सरस्वती ने धरना शुरु कर दिया। जिसको लेकर सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर धरने पर बैठे बाबा का समर्थन कर कुंड के जीर्णोद्धार तक धरना जारी रखने का ऐलान किया है। आपको बता दे कि गांव भक्त प्रह्लाद की नगरी कहे जाने वाले गाँव फालैन का प्राचीन प्रहलाद कुंड अपनी दुर्दशा और बदहाली पर आंसू वहां रहा है।
ग्रामीण बताते है कि यहां पर कई फुट ऊची जलती होलिका के धधकते अंगारों से गांव का पंडा निकलकर प्राचीन परंपरा का निर्वहन करता है। इस कुंड को सुधारने को लेकर प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है जबकि कई बार ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि से कुंड की हालत को सुधारने की शिकायत कर चुके है। कुंड में गंदगी के कारण प्राचीन स्वरुप नष्ट होता जा रहा है। प्रशासन ने कुंड के जीर्णोद्धार के लिए कई बार प्रयास किए लेकिन नाकाफी साबित हुए, जबकि आसपास के गांवों के कुंडों का जीर्णोद्धार हो चुका है। गांव के प्रमुख होली मेला शुरु होने में कुछ दिन शेष रह गए है। वही मेले में हजारों की संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेने दूरदराज से आते है।।
गांव के बाबा ईश्वरानंद सरस्वती एवं सोनपुरी महाराज सोमवार से गांव में धरने पर बैठ गए। बाबा ने कहा कि अगर जल्द ही कुंड के जीर्णोद्धार नही हुआ तो आंदोलन जारी रहेगा। बाबा के समर्थन में काफी संख्या में ग्रामीणों ने समर्थन किया। बता दें कि ये कुंड करीब पांच हजार साल पुराना महाभारत कालीन है। गौरतलब है कि इस कुंड की देखभाल की जिम्मेदारी पर्यटन विभाग की है, जो जिम्मेदारी से आंखें मूंदे हुए है। कुंड के चारों ओर ग्रामीण कब्जा करने में जुटे है।