मथुरा। संस्कृति स्पोर्ट्स फिएस्टा-2023 के समापन समारोह में अतिथियों के हाथों पदक पाकर खिलाड़ियों के चेहरे खिल उठे। मुख्य अतिथि लाइट आफ एशिया, अंतर्राष्ट्रीय योग शिक्षक दिनेश चतुर्वेदी ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि किसी भी क्षेत्र में सफलता तभी मिलती है जब आपकी अपने काम के प्रति एकाग्रता होती है। एकाग्रता और समर्पण से आप अपने लक्ष्य को हासिल कर लेते हैं।
मुख्य अतिथि ने कहा कि आप सौभाग्यशाली हैं क्योंकि आपको ऐसे साधन संपन्न विश्वविद्यालय में पढ़ने का अवसर मिला है। हमारे समय में हमको इतने साधन उपलब्ध नहीं थे। उन्होंने गीता के श्लोकों के माध्यम से बताया कि हमारे जीवन में आहार, विहार और निद्रा का क्या महत्व है। उन्होंने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने की सीख दी। उन्होंने कहा कि विश्व के अनेक खिलाड़ी नशे के आदी होने के कारण अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं। आपको खेलों में ख्याति हासिल करनी है तो आपको इससे दूर रहना होगा। यहां आपको शिक्षा के साथ-साथ खेल प्रतिभा दिखाने का मौका मिल रहा है। हम जिस एकाग्रता की लालसा रखते हैं आखिर वह कैसे हासिल होती है। इसका प्रभावशाली और स्थायी हल भारत के ऋषि मुनियों ने ही खोजा था। हमारे ऋषि-मुनियों ने हजारों वर्षों तप कर मनुष्य जाति के जीवन को स्वस्थ और प्रसन्न बनाने के लिए वो ज्ञान हासिल किया जो कहीं भी नहीं मिलता सिवाय भारतीय ऋषियों के द्वारा बताए योग के ज्ञान के। ये योग ही है जो हमारे जीवन को निर्मल बनाता है, ध्यान कैसे केंद्रित किया जाय उसका तरीका बताता है।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता ने जोश से सराबोर विद्यार्थियों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि खेलों को अपने जीवन का नियमित हिस्सा बनाएं। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में हर शनिवार को खेल प्रतियोगिताएं होंगी और इसमें आपकी एकाग्रता, समर्पण और लगन साबित होगी। उन्होंने सभी खिलाड़ियों, खेल महोत्सव के मुख्य समन्वयक मौ. फहीम, सभी शिक्षकों की टीम और प्रशासन के अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इतने अच्छे और सफल आयोजन तभी हो पाते हैं जब सब मिलकर आयोजन को संपन्न करते हैं।
मुख्य अतिथि का स्वागत संस्कृति विवि के कुलपति प्रोफेसर एमबी चेट्टी ने किया। स्वागत भाषण संस्कृति स्कूल आफ एग्रीकल्चर के डीन डा. रजनीश त्यागी ने दि। इस मौके पर मुख्य अतिथि दिनेश चतुर्वेदी, कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता, ओएसडी श्रीमती मीनाक्षी शर्मा, स्कूल आफ एग्रीकल्चर के डीन डा. रजनीश त्यागी ने विजेता खिलाड़ियों को मेडल और विजेता हाउस को ट्राफी प्रदान कीं। सर्वाधिक 520 पदक हासिल करने वाले शिवालिक हाउस को विजेता ट्राफी प्रदान की गई, वहीं नीलगिरी हाउस 410 पदक पाकर द्वितीय स्थान पर रहा। विंध्याचल हाउस के खिलाड़ियों ने 400 तथा अरावली हाउस के खिलाड़ियों ने 380 पदक हासिल किए। समापन समारोह का संचालन अनुजा गुप्ता एवं डा. दुर्गेश वाधवा ने किया।