मथुरा। ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा आयोजित पांच दिवसीय रंगोत्सव के दौरान संस्कृति विश्वविद्यालय और उमा मोटर्स के सहयोग से जुबली पार्क स्थित ओपन एअर आडिटोरियम में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इंद्र देव द्वारा डाली गई बाधा के कारण देर से शुरू हो सके इस कवि सम्मेलन की सफलता ने सारी निराशाओं पर पानी फेर दिया। आमंत्रित कवियों ने विभिन्न रसों को अपनी रचनाओं के माध्यम से जब परोसना शुरू किया तो वहां मौजूद श्रोता रससिक्त हो गए और तालियां बजाकर कवियों की प्रशंसा में जुट गए।
रविवार के दिन नियत आयोजन भले ही देर से शुरू हो सका लेकिन फिर भी बड़ी संख्या में श्रोता अपने प्रिय कवियों को सुनने रात्रि के दूसरे पहर तक जमे रहे। कवि सम्मेलन का संचालन अपने शहर के प्रसिद्ध कवि राम सरीन कर रहे थे। अपने विशिष्ठ अंदाज में कुशल संचालक राम सरीन न कवियों को न श्रोताओं को छेड़ने से चूक रहे थे। मंच पर मौजूद कवियित्रियों में तुषा शर्मा, डा. ममता शर्मा ने अपने भावपूर्ण मुक्तकों और गीतों से श्रोताओं का मन देर तक बहलाया। कवियित्री डा. रुचि चतुर्वेदी के काव्य कौशल ने भी लोगों को खूब प्रभावित किया। इसी क्रम में अनेक पुरुस्कारों से पुरुस्कृत प्रसिद्ध कवि डा. विष्णु सक्सैना ने श्रोताओं की नब्ज को पकड़ते हुए जब अपने रोमांटिक गीत को शुरू किया दो श्रोता उनके साथ-साथ उनकी पंक्तियों को दोहराने पर मजबूर हो गए। देश विदेशों में अपनी रचनाओं का लोहा मनवा चुकीं कवियित्री डा. सरिता शर्मा ने भी अपनी रचनाओं की गहराई से लोगों को बहुत प्रभावित किया और उनको तालियां बजाने को मजबूर कर दिया। समय की किल्लत के कारण श्रोताओं को अपने प्रिय कवियों की एक-एक दो-दो रचनाएं ही सुनने को मिल सकीं। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए दिनेश रघुवंशी और मदन मोहन दानिश ने अपनी रचनाओं पर जमकर तालियां बटोरीं और श्रोताओं का दिल जीत लिया। हालत यह थी कि जैसे-जैसे समय बढ़ रहा था श्रोताओं की अपने कवियों को सुनने की भूख बढ़ रही थी। कवि सर्वेश अस्थाना और तेज नारायण ने अपने व्यग्यों से श्रोताओं का खूब मनोरंजन किया तो कवि राम सरीन ने अपनी रचनाओं से जहां हंसाया वहीं तीखी चोटें भी कीं।
कवि सम्मेलन के पूर्व में संस्कृति विवि के सेंट्रल स्कूल आफ पालिटिकल एंड एप्लाइड स्टडी (कैप्स) के डाइरेक्टर डा. रजनीश त्यागी, उमा मोटर्स के मैनेजिंग डाइरेक्टर ब्रह्मानंद चतुर्वेदी,पवन चतुर्वेदी,विजय चतुर्वेदी आदि, संस्कृति विवि के जनसंपर्क अधिकारी किशन चतुर्वेदी, संस्कृति नर्सिंग स्कूल के प्राचार्य डा. केके पाराशर व अन्य ने कवियों को पटुका ओढ़ाकर एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
संस्कृति विवि और उमा मोटर्स के सहयोग से आयोजित हुआ कवि सम्मेलन
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