जी.एल. बजाज में हुई कम्युनिकेशन स्किल पर कार्यशाला
मथुरा। जीवन में सफलता के लिए अच्छे कम्युनिकेशन का विशेष महत्व है। कम्युनिकेशन यानी संचार ही आपके विचारों को क्रियाशील बनाता है। इंजीनियरिंग छात्र के नाते आपका काम डिजाइन, बिल्ड और इनोवेटिव करना है लेकिन यह तभी सम्भव है जब आप इफेक्टिव कम्युनिकेशन कर पाते हैं। यह विचार जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा द्वारा कम्युनिकेशन स्किल पर आयोजित कार्यशाला में वर्डस्मिथडॉटओआरजी के संस्थापक अनू गर्ग ने छात्र-छात्राओं से व्यक्त किए।
श्री गर्ग ने अंग्रेजी भाषा के प्रति अपने लगाव तथा नए और आकर्षक शब्दों का पता लगाने के बारे में भी छात्र-छात्राओं को बताया। उन्होंने कहा कि संचार के माध्यम से व्यक्ति अपने मन की स्थिति तथा भावनाओं को अन्य व्यक्तियों तक पहुंचा सकता है। जब इफेक्टिव कम्युनिकेशन करते हैं तब आप ट्रस्ट करते हैं तथा रिलेशनशिप को भी मजबूत करते हैं और अल्टीमेटेली सक्सेज की सम्भावना बढ़ जाती है। श्री गर्ग ने छात्र-छात्राओं को संचार के 7 सी स्पष्ट, संक्षिप्त, ठोस, सही, सुसंगत, पूर्ण एवं विनम्र के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। श्री गर्ग ने कहा कि व्यक्ति को भाषा एवं स्थान को ध्यान में रखते हुए अपने शब्दों का प्रयोग करना चाहिए। प्रभावी सम्प्रेषण के लिए सम्प्रेषक को ग्रहीता की भाषा और विषय के बारे में जानकारी होना नितांत आवश्यक है।
संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने कहा कि जनसंचार एवं संचार प्रणाली हमारे लिए बहुत जरूरी है। जो व्यक्ति अपना कम्युनिकेशन स्किल दुरुस्त कर लेता है उसे जीवन में सफल होने में ज्यादा समय नहीं लगता। हर वह सफल व्यक्ति जिसका कम्युनिकेशन स्किल अच्छा है, आप देख सकते हैं कि वह अपने करियर में बहुत ऊपर तक पहुंचा है। प्रो. अवस्थी ने कहा कि छात्र जीवन में हम अपने कुछ स्किल्स को सुधार कर बहुत आगे बढ़ सकते हैं। अंत में प्रो. नीता अवस्थी ने मुख्य वक्ता अनू गर्ग को स्मृति चिह्न भेंटकर अपना बेशकीमती समय देने के लिए आभार माना। कार्यक्रम की समन्वयक मेधा खेनवार ने अनू गर्ग के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन रिचा मिश्रा ने किया तथा आभार डॉ. रमाकान्त बघेल ने माना।