Thursday, October 31, 2024
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के.डी. डेंटल कॉलेज में हुई एंटी रैगिंग पर कार्यशाला

प्रो. कटारिया ने छात्र-छात्राओं को रैगिंग के दुष्परिणामों की दी जानकारी

मथुरा। के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में शुक्रवार को एंटी रैगिंग पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में वक्ताओं ने कहा कि रैगिंग हमारे देश की शिक्षा प्रणाली में एक परेशान करने वाली सच्चाई है। रैगिंग से छात्र-छात्राओं को कैसे बचाया जाए इस पर शैक्षिक संस्थानों के जवाबदेह पदाधिकारियों को गम्भीर प्रयास करने चाहिए क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में इससे सैकड़ों विद्यार्थियों का करिअर बर्बाद हो चुका है। कार्यशाला का शुभारम्भ मुख्य वक्ता प्रो. (डॉ.) एस.के. कटारिया विभागाध्यक्ष डेंटल सर्जरी, एस.एन. मेडिकल कॉलेज आगरा ने विद्या की आराध्य देवी सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया।
प्रो. (डॉ.) कटारिया ने सभागार में उपस्थित सभी यूजी व पीजी छात्र-छात्राओं को बताया कि रैगिंग का अर्थ किसी भी ऐसे कार्य को करना है जो किसी छात्र को शारीरिक, मानसिक तथा शर्मिंदगी से आहत करने का कारण बनता है। इतना ही नहीं किसी छात्र-छात्रा को छेड़ना, गाली देना या व्यावहारिक मजाक करना, चोट पहुंचाना आदि भी रैगिंग की श्रेणी में आता है। डॉ. कटारिया ने कहा कि रैगिंग अन्य अपराधों से भिन्न है क्योंकि इसका उद्देश्य केवल विकृत सुख प्राप्त करना है।

मुख्य वक्ता प्रो. (डॉ.) एस.के. कटारिया के साथ उपस्थित संस्थान के प्राध्यापक और छात्र-छात्राएं


डॉ. कटारिया ने कहा कि यदि किसी भी विद्यार्थी के साथ रैगिंग होती है तो उसे तुरंत कॉलेज की एंटी रैगिंग समिति को बताना चाहिए तथा रैगिंग समिति का भी यह कर्तव्य है कि वह शिकायत करने वाले छात्र या छात्रा की पहचान सुरक्षित और गुप्त रखे। डॉ. कटारिया की जहां तक बात है यह रैगिंग यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन में इंटर काउंसिल कमेटी के सदस्य हैं और एंटी रैगिंग उपायों की निगरानी के लिए एमएचआरडी भारत सरकार के डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया का प्रतिनिधित्व करते हैं। डॉ. कटारिया डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य भी हैं। वह आईडीए यूपी स्टेट और एसोसिएशन ऑफ ओरल एंड मैक्सिलो-फेशियल सर्जन ऑफ इंडिया यूपी स्टेट के अध्यक्ष रह चुके हैं। वह इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ डेंटिस्ट, एकेडमी ऑफ डेंटिस्ट्री इंटरनेशनल, पेरी फौचर्ड एकेडमी के फेलो और नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज, इंडियन नेशनल साइंस कांग्रेस और इंडियन सोसाइटी ऑफ डेंटल रिसर्च के सदस्य हैं। प्रो. (डॉ.) कटारिया ने कहा कि यदि सभी स्कूल-कॉलेजों में छात्र-छात्राओं को परिवार सा माहौल मिले तो रैगिंग पर आसानी से निजात पाई जा सकती है।
प्राचार्य और डीन डॉ. मनेष लाहौरी ने कहा कि के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल पूरी तरह से रैगिंग मुक्त संस्थान है। हमारे कॉलेज का एंटी रैगिंग सेल रैगिंग की रोकथाम और निषेध के साथ ही सभी छात्र-छात्राओं के स्वस्थ मानसिक विकास के लिए एक अच्छा माहौल प्रदान कर रहा है। इसका वही उद्देश्य है जो रैगिंग को खत्म करने के लिए एआईसीटीई का है। एंटी रैगिंग सेल का आदर्श वाक्य है ‘टुगेदर, वी फील एट होम’। डॉ. लाहौरी ने कहा कि के.डी. डेंटल कॉलेज में सभी प्रवेशित छात्र-छात्राओं और उनके माता-पिता के लिए रैगिंग विरोधी हलफनामा भरना अनिवार्य है। यहां रैगिंग निरोधी प्रकोष्ठ है।
डॉ. लाहौरी ने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य रैगिंग मुक्त परिसर बनाना है ताकि छात्र-छात्राएं पाठ्यचर्या और पाठ्येत्तर गतिविधियां दोनों में छात्रों के विकास के लिए बिना किसी बाधा के एक साथ आ सकें और अपने शैक्षिक अनुभवों को विकसित कर सकें। कार्यशाला में डॉ. उमेश चंद्र, डॉ. अजय नागपाल, डॉ. हस्ती, डॉ. नवप्रीत, डॉ. शैलेंद्र चौहान, डॉ. विनय मोहन, डॉ. सोनल, प्रशासनिक अधिकारी नीरज छापड़िया सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। अंत में प्राचार्य डॉ. लाहौरी ने प्रो. (डॉ.) एस.के. कटारिया को स्मृति चिह्न भेंटकर उनका आभार माना।

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