छात्र-छात्राओं को प्रौद्योगिकी और नवाचार सीखने में मिलेगी मदद
मथुरा। छात्र-छात्राओं की बौद्धिक क्षमता में इजाफा करने, आधुनिकतम प्रौद्योगिकी से रूबरू कराने तथा परस्पर ज्ञान के आदान-प्रदान को प्रगाढ़ करने के लिए सोमवार को जीएल बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा तथा नोएडा स्थित गेमिंग डोमेन की उत्पाद विकास कम्पनी ऑक्ट्रो इंक के साथ अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। अनुबंध पत्र पर जी.एल. बजाज की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी तथा ऑक्ट्रो इंक की वरिष्ठ प्रबंधक मानव संसाधन रेशमा सुलेमान ने हस्ताक्षर किए।
अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर करने से पहले निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने कम्प्यूटर साइंस, मैकेनिकल तथा विभिन्न विभागों के उपस्थित प्राध्यापकों का मेहमानों से परिचय कराया। प्रो. अवस्थी ने कहा कि इस समझौते से दोनों संस्थानों के बीच सूचनाओं के आदान-प्रदान में मदद मिलेगी। इतना ही नहीं इससे छात्र-छात्राओं के प्रशिक्षण और विकास में नए आयाम जुड़ेंगे। प्रो. अवस्थी ने कहा कि ऑक्ट्रो इंक से हुए अनुबंध से वर्तमान और आगामी शैक्षणिक सत्रों के लिए कैम्पस की व्यस्तता और इंटर्नशिप हायरिंग के अवसरों को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस अवसर पर रेशमा सुलेमान ने जी.एल. बजाज के प्राध्यापकों को हायरिंग उद्योग मामलों की वर्तमान स्थिति से अवगत कराते हुए कहा कि गेमिंग डोमेन के नए सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के उन छात्र-छात्राओं के कौशल में सुधार करेंगे जोकि कैम्पस प्लेसमेंट का लक्ष्य बना रहे हैं। उन्होंने उपस्थित प्राध्यापकों को पिछले साल अन्य शैक्षणिक संस्थानों से नियुक्त हुए छात्र-छात्राओं की जानकारी भी दी। सुश्री सुलेमान ने छात्र-छात्राओं के कोडिंग कौशल और प्रौद्योगिकी ज्ञान द्वारा लाइव परियोजनाओं में उनके योगदान का विशेष उल्लेख किया।
रेशमा सुलेमान ने व्यक्तिगत रूप से उन कुछ छात्र-छात्राओं के बारे में बात की, जिन्होंने ऑक्ट्रो इंक में सभी फ्रेशर्स को मात दी है। उन्होंने प्राध्यापकों तथा छात्र-छात्राओं से प्रौद्योगिकी ज्ञान तथा संचार में अंग्रेजी के उपयोग के संदर्भ में उद्योग की अपेक्षाओं पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की तथा नवीनतम तकनीक और फुल स्टैक सीखने की शुरुआत पर ध्यान केंद्रित किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ प्रबंधक नीरज गर्ग प्लेसमेंट विभाग जीएल बजाज द्वारा किया गया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल और उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि जीएल बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा तथा ऑक्ट्रो इंक के साथ जो अनुबंध हुआ है वह दोनों ही संस्थानों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि जीएल बजाज भारत और विदेशों में अग्रणी प्रौद्योगिकी संगठनों के साथ अपने सहयोग को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के अनुबंध जारी रखेगा ताकि छात्र-छात्राओं को प्रौद्योगिकी और नवाचार सीखने में मदद मिल सके।