मथुरा। वर्तमान दौर की गलाकाट प्रतिस्पर्धा में विद्यार्थियों के सामने उच्च शिक्षा में अपने लिए भविष्य की राह चुनना एक कठिन चुनौती साबित हो रहा है। ऐसे में संस्कृति विश्वविद्यालय का स्कूल ऑफ टूरिज्म एंड होटल मैनेजमेंट विद्यार्थियों के लिए एक ऐसा उपयोगी पाठ्यक्रम साबित हो रहा है, जिसको पास करने के बाद विद्यार्थी देश-विदेश में आसानी से रोजगार पाने में सफल हो रहे हैं।
स्कूल ऑफ़ टूरिज्म एंड होटल मैनेजमेंट के डीन रतीश कुमार शर्मा बताते हैं कि मुझे यह बात साझा करते हुए सहर्ष प्रसनत्ता हो रही है की इस वर्ष संस्कृति स्कूल ऑफ़ टूरिज्म एंड होटल मैनेजमेंट , संस्कृति यूनिवर्सिटी के तकरीबन ८5 प्रतिशत बच्चो का चयन अंतर्राष्ट्रीय होटलों में हुआ है , जो कि टर्की, दुबई एवं मालदीव्स इत्यादि जगहों पर स्थित हैं। इनकी औसतन सैलरी करीब 7.2 लाख रुपए है सालाना। यह सभी छात्र बहुत ही सामान्य परिवारों से हैं कोई किसान का बेटा है तो कोई मैकेनिक का, यह उपलब्धि इनके परिवारों के लिए बहुत मायने रखती है।
डीन रतीश शर्मा का कहना कि शिक्षण संस्थान का उद्देश्य न केवल अपने छात्रों को रोजगार हेतु तैयार करना है, बल्कि रोजगार उपलब्ध करना भी है, मैं अभिभावकों को जिनके बच्चे पढ़ाई में औसत या फिर बमुश्किल ही उत्तीर्ण हुए हो , उन सभी को होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने की सलाह देता हूँ , होटल मैनेजमेंट में अच्छा करियर बनाने के लिए आपको प्रेसेंटेबल दिखना चाहिए, आपकी औसत कद काटी हो एवं आपका स्वाभाव सौम्य हो, यदि यह दो तीन खूबियां आपके अन्दर हैं तो होटल मैनेजमेंट में आप एक अच्छा करियर बना सकते है।
उन्होंने बताया कि वैश्वीकरण के इस दौर में अंतरराष्ट्रीय होटलों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है, 2030 तक यह इंडस्ट्री 238 अरब डॉलर की हो जाएगी, जिससे एक उद्योग और शिक्षा के रूप में इसकी प्रासंगिकता लगातार बढ़ रही है। होटल इंडस्ट्री सबसे ज्यादा करियर ऑप्शन देना वाली इंडस्ट्री है, इस कोर्स के बाद, आप विभिन्न क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं जैसे की पर्यटन , क्लब और रेस्त्रां मैनेजमेंट, क्रूज जहाज , होटल मैनेजमेंट, किचन मैनेजमेंट, सेना में हॉस्पिटैलिटी सर्विस, इवेंट मैनेजमेंट ,एयरलाइन में ग्राउंड ड्यूटी , एयरलाइन कैटरिंग अस्पताल एडमिनिस्ट्रेशन और केटरिंग , रेलवे, बैंकों, सशस्त्र बलों, शिपिंग कंपनियों आदि के केटरिंग डिपार्टमेंट इतियादी क्षेत्रों में विद्यार्थी अपने करियर को आगे बढ़ा सकते हैं। ज्यादा करियर ऑप्शन होने के वजह से इसकी लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।
उन्होंने बताया कि वर्ल्ड टूरिज्म एंड ट्रेवल कौंसिल के अनुसार २०२६ तक , विश्वा पर्यटन उद्योग लगभग 370 मिलियन लोगों के रोजगार को सपोर्ट करेगा , यानी की हर 9 में से 1 व्यक्ति पर्यटन व्यवसाय से जुड़ा होगा , यह एक अपार सम्भावना है , जिसका उपयोग किया जाना चाहिए , एक बेहतर भविष्य के लिए।
होटल मैनेजमेंट कोर्स के लिए आवश्यक न्यूनतम योग्यता 10+2 है, होटल मैनेजमेंट का डिग्री कोर्स तीन वर्षों का होता है , और इसे किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ही किया जाना चाहिए। डिग्री कोर्स के प्रथम 5 सेमेस्टर क्लास रूम ट्रेनिंग एवं प्रैक्टिकल कराये जाते है , जो छात्रों को होटल एवं वैश्विक पर्यटन उद्योग के हिसाब से तैयार करता है , इसके बाद , 6th सेमेस्टर में इन छात्रों के किसी एक पांच सितारा होटल जैसे की ताज होटल , ली मेरीडियन , रैडिसन , ललित, लीला केंपिंस्की, आदि होटलों में 6 महीनो की इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग करवाई जाती है , जो इन छात्रों को होटल इंडस्ट्री के प्रैक्टिकल आस्पेक्ट्स से परिचित करता है , तत्पश्चात ही इन छात्रों का प्लेसमेंट हेतु तैयार माना जाता है।