शिशु शल्य चिकित्सक श्याम बिहारी शर्मा के प्रयासों से बची बच्चे की जान
मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के विशेषज्ञ शिशु शल्य चिकित्सक श्याम बिहारी शर्मा ने पश्चिम बंगाल निवासी सोमीदास के नवजात पुत्र को नई जिन्दगी दी है। एक किलो 400 ग्राम वजन के नवजात शिशु का आमाशय फटने से उसका बचना मुश्किल था, ऐसी नाजुक स्थिति में डॉ. शर्मा और उनकी टीम ने सफल सर्जरी के माध्यम से शिशु को बचाने में सफलता हासिल की है।
जानकारी के अनुसार रामकृष्ण मिशन अस्पताल में कार्यरत पश्चिम बंगाल निवासी सोमीदास के नवजात पुत्र का जन्म चार जुलाई को हुआ लेकिन तीन दिन बाद उसका पेट फूलने लगा तथा उसने दूध पीना भी बंद कर दिया। ऐसी स्थिति में रामकृष्ण मिशन अस्पताल के चिकित्सकों ने बच्चे को के.डी. हॉस्पिटल के विशेषज्ञ शिशु शल्य चिकित्सक श्याम बिहारी शर्मा को दिखाने की सलाह दी। आठ जुलाई की सुबह नवजात शिशु को के.डी. हॉस्पिटल लाया गया। बच्चे का परीक्षण और जांच करने पर पता चला कि उसकी आंतें फट गई हैं, जिसका आपरेशन ही एकमात्र विकल्प है।
सोमीदास की सहमति के बाद आठ जुलाई को ही डॉ. श्याम बिहारी शर्मा द्वारा नवजात शिशु की मुश्किल सर्जरी की गई। सर्जरी के दौरान उसका आमाशय फटा हुआ था। आखिरकार डॉ. शर्मा ने शल्य क्रिया द्वारा उसके आमाशय को सामान्य करने में सफलता हासिल की। इस शल्य क्रिया में डॉ. शर्मा का सहयोग निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. दीपक अग्रवाल, डॉ. दिलशेक व डॉ. अनुराग ने किया। सर्जरी के बाद नवजात शिशु की देखभाल शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. संध्या लता ने की। बच्चा अब स्वस्थ है तथा वह दूध भी पीने लगा है। बच्चे के सामान्य स्थिति में आने के बाद उसकी 15 जुलाई को छुट्टी कर दी गई।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, प्राचार्य और डीन डॉ. आर.के. अशोका तथा उप-प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार ने नवजात शिशु की सफल सर्जरी करने वाली चिकित्सकों की टीम को बधाई देते हुए बच्चे के स्वस्थ जीवन की ईश्वर से विनती की।