शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने बनाया मलद्वार
मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के जाने-माने शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा द्वारा सर्जरी के माध्यम से गांव हसनपुर, जिला पलवल (हरियाणा) निवासी परवीन की 15 दिन की नवजात बच्ची का मलद्वार बनाने में सफलता हासिल की गई है। डॉ. शर्मा के.डी. हॉस्पिटल में इस तरह की 100 से अधिक शिशुओं की सर्जरी कर चुके हैं। अब बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है।
जानकारी के अनुसार गांव हसनपुर, जिला पलवल (हरियाणा) निवासी परवीन के घर एक पखवाड़े पहले बच्ची ने जन्म लिया। नवजात बच्ची के जन्म से ही मलद्वार नहीं था और वह योनि मार्ग से मल त्याग कर रही थी। बच्ची की इस समस्या को देखते हुए परिजन उसे के.डी. हॉस्पिटल लाए। नवजात बच्ची का परीक्षण करने के बाद डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने परिजनों को ऑपरेशन की सलाह दी। परिजनों की सहमति के बाद नौ अगस्त को डॉ. श्याम बिहारी शर्मा द्वारा सर्जरी के माध्यम से बच्ची का मलद्वार बनाया गया।
इस तरह की सर्जरी प्रायः तीन चरणों में होती हैं लेकिन डॉ. शर्मा ने अपने अनुभव के चलते नवजात बच्ची का एक ही बार में ऑपरेशन करने का निर्णय लिया जोकि सफल रहा। इस सर्जरी में डॉ. श्याम बिहारी शर्मा का सहयोग निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. दीपक अग्रवाल ने किया। डॉ. शर्मा का कहना है कि मेडिकल भाषा में इसे वेस्टिबूलर फिस्टुला कहते हैं तथा ऑपरेशन का नाम एंटीरियर सेजाइटल एनोरेक्टो प्लास्टी है। ऑपरेशन के बाद बच्ची स्वस्थ है तथा मां का दूध पी रही है। इतना ही नहीं सामान्य तरीके से मल त्याग रही है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका, उप-प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार ने नवजात बच्ची की सफल सर्जरी के लिए चिकित्सकों की टीम को बधाई दी। डॉ. अग्रवाल का कहना है कि के.डी. हॉस्पिटल में हर तरह की बीमारी का उपचार सस्ता और अच्छा हो इसके लिए वह लगातार प्रयासरत हैं।