जीएलए लाॅ संस्थान के प्रोफेसर और छात्रों के सहयोग से तैयार हुई पुस्तक का लंदन यूके में हुआ मुद्रण
मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के इंस्टीट्यूट ऑफ़ लीगल स्टडीज एंड रिसर्च संस्थान के छात्र-छात्राओं द्वारा गुणवत्तापरक शिक्षा के परिणामस्वरूप समय-समय पर राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में अपनी सफलता का परचम लहराया जाता रहा है। देश के प्रतिष्ठित संस्थानों जीएलए के लाॅ के छात्र-छात्राएं जाकर मूट कोर्ट तथा अन्य प्रतियोगिता में लगातार विजयी होकर लौटते रहे हैं। एक बार फिर से विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा एक उपलब्धि हासिल करते हुए ‘सेनिटेशन‘ विषय पर रेड साइन पब्लिकेशन लंदन यूके द्वारा एक पुस्तक का मुद्रण कराने में सफलता पायी है। इस पुस्तक का विमोचन जीएलए के सीईओ नीरज अग्रवाल ने किया।
संस्थान के डीन प्रो. सोमेश धमीजा ने बताया कि इस पुस्तक में जीएलए विश्वविद्यालय के शिक्षक डाॅ. तरूण प्रताप यादव तथा बीए एलएलबी के छात्र प्रेष्ठा छपरिया सह-संपादक हैं। जिनके साथ मणीपाल लाॅ स्कूल बैंगुलुरू के निदेशक तथा यूनिवर्सिटी ऑफ़ केलिफोर्निया बरकले की छात्रा भी संपादक मंडल में है। इस पुस्तक के बारे में जानकारी देते हुए डीन प्रो. सोमेश धमीजा ने बताया कि पुस्तक के कुल 15 अध्याय में से 10 अध्याय में जीएलए विश्वविद्यालय के बीए एलएलबी ऑनर्स एवं बीकाॅम एलएलबी के छात्र-छात्राओं ने लेखक/सहलेखक के रूप में अपना योगदान दिया है।
प्रो. धमीजा ने जानकारी देते हुए बताया कि निकट भविष्य में एक और पुस्तक प्रकाशित होने जा रही है, जिसमें जीएलए विश्वविद्यालय के 21 छात्र-छात्राओं ने लेख/सहलेखक के रूप में अपना योगदान दिया है। विभागाध्यक्ष प्रो. आलोक वर्मा ने बताया कि उचित मार्गदर्शन एक ट्रेनिंग के माध्यम से यूनिवर्सिटी के लाॅ छात्र-छात्राओं को इस प्रकार की उपलब्धियों के लिए समय-समय पर प्रशिक्षित किया जाता रहा है। जिसका परिणाम इस अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक के रूप में परिलक्षित हो रहा है।
लंदन यूके से मुद्रण पुस्तक के बारे में जानकारी देते हुए विधि संस्थान के असिस्टेंट प्रोफेसर एवं पुस्तक के संपादक डा. तरूण प्रताप यादव ने बताया कि यह किताब ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र में सेनिटेशन के महत्व तथा सामाजिक विचारधारा को परिलक्षित करती है। कोविड महामारी के पश्चात् भारत जैसे विकाशील देश में सेनिटेशन के संदर्भ में कानूनी प्रावधान लाये जाने की आवश्यकता भी इस किताब के माध्यम से परिलक्षित होती है। इसके साथ ही पुस्तक में अंतर्राष्ट्रीय परिदृष्य को सफलता पूर्वक रेखांकित किया गया है।
विश्वविद्यालय के सीईओ नीरज अग्रवाल ने पुस्तक का विमोचन करते हुए सभी छात्र-छात्राओं को इस उपलब्धि हेतु बधाई दी एवं इसी प्रकार उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ते जाने हेतु शुभाशीष दिया। श्री अग्रवाल ने बताया कि यूनिवर्सिटी बीबीए एलएलबी ऑनर्स, बीकाॅम एलएलबी ऑनर्स एवं बीए एलएलबी ऑनर्स के छात्र-छात्राओं को ध्यान में रखते हुए इंटरनशिप एवं प्लेसमेंट को सुनिश्चित करने हेतु प्रतिबद्ध है एवं एक व्यवस्थित तरीके से टेªनिंग, वर्कशॉप तथा एमओयू के माध्यम से छात्र-छात्राओं को इसके लिए तैयार किया जा रहा है, जिसके सुखद परिणाम शीघ्र ही दृश्टिगोचर होंगे।