शिशु शल्य चिकित्सक डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने बचाई नवजात बच्ची की जान
मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के जाने-माने शिशु शल्य चिकित्सक डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने नवजात बच्ची के फटे आमाशय की सर्जरी कर उसकी जिन्दगी बचाने में सफलता हासिल की है। अब बच्ची पूरी तरह से ठीक है तथा वह मां का दूध भी पी रही है।
जानकारी के अनुसार छोटा दीवाना मथुरा निवासी प्रियंका (22 वर्ष) ने के.डी. हॉस्पिटल में 10 अगस्त को एक बच्ची को जन्म दिया। प्रियंका के प्रसव पूर्व कुछ तकलीफ हुई जिसके कारण उसका सीजेरियन सेक्शन कर प्रसव कराया गया। प्रसव के कुछ घंटे बाद नवजात बच्ची को सांस लेने में कठिनाई होने पर उसे कृत्रिम श्वसन दिया गया। कुछ समय बाद बच्ची का पेट फूलने लगा। ऐसी स्थिति में तुरंत उसे शिशु शल्य चिकित्सक डॉ. श्याम बिहारी शर्मा को दिखाया गया।
डॉ. शर्मा ने बच्ची के पेट का एक्सरा कराया जिससे पता चला कि उसके पेट में हवा भरी हुई है। जो यह संकेत दे रही थी कि उसके आमाशय या आंतों में कहीं छेद हो गया है। इस आधार पर डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने बिना विलम्ब किए नवजात बच्ची के पेट का आपरेशन करने का निर्णय लिया। सर्जरी के दौरान देखा गया कि बच्ची का आमाशय फटा हुआ था तथा उससे रक्तस्राव भी हो रहा था। डॉ. शर्मा ने समय रहते बच्ची के आमाशय को रिपेयर कर रक्तस्राव बंद करने में सफलता हासिल की।
इस बच्ची को पहले आमाशय में बनाए गए छिद्र से दूध पिलाया गया, बाद में बच्ची जब मां का दूध पीने लगी तब नली (गेस्ट्रोस्टोमी ट्यूब) को निकाल दिया गया। मां और बच्ची को 22 अगस्त को पूरी तरह स्वस्थ होने पर छुट्टी दे दी गई। डॉ. शर्मा का कहना है कि मेडिकल भाषा में इसे गैस्ट्रिक परफोरेशन विद पेरीटोनाइटिस कहते हैं, जिसका शीघ्र आपरेशन करना आवश्यक होता है, ताकि नवजात शिशु की जान बचाई जा सके। इस नवजात बच्ची का भी शीघ्र आपरेशन कर आमाशय के छिद्र जोकि चार गुणा चार सेंटीमीटर का था, उसे बंद किया गया। बकौल डॉ. शर्मा नवजात शिशु में यह दुष्कर कार्य होता है। इस सर्जरी में डॉ. श्याम बिहारी शर्मा का निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ, नवीन सिंह ने सहयोग किया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका तथा उप-प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार ने नवजात बच्ची की सफल सर्जरी के लिए डॉ. श्याम बिहारी शर्मा को बधाई दी।